पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र के तीन प्रमुख पैनल की सदस्यता हासिल कर ली है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से बुधवार को यह जानकारी दी गई है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने बताया कि पाकिस्तान को अपराध निवारण आयोग एवं आपराधिक न्याय, महिलाओं की स्थिति पर आयोग और जनसंख्या एवं विकास से संबंधित आयोग की सदस्यता हासिल हुई है। ये आयोग विभिन्न सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
चौधरी ने कहा कि इन तीन महत्वपूर्ण आयोगों के लिए पाकिस्तान का एक साथ चुनाव, संयुक्त राष्ट्र में देश की सक्रिय भूमिका और रचनात्मक योगदान में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के विश्वास का प्रतिबिंब है।
इन आयोगों की सदस्यता के माध्यम से पाकिस्तान देश की प्रतिबद्धता के अनुरूप अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने और आपराधिक न्याय प्रशासन प्रणालियों की दक्षता एवं निष्पक्षता में सुधार करना, लिंग समानता और महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देना जारी रखेगा। साथ ही उन पहलों का समर्थन करेगा जिसके जरिए जनसंख्या डेटा और सूचना का उत्पादन और विश्लेषण करने की क्षमता विकसित करने में देशों की सहायता की जा सकेगी। उल्लेखनीय है कि इस सदस्यता के लिए मंगलवार को चुनाव हुए थे।
53 में से 50 वोट मिले
महिलाओं की स्थिति पर आयोग की सदस्यता के लिए पाकिस्तान को कुल 53 में से 50 वोट मिले हैं। पाकिस्तान 2013-2017 तक महिलाओं के लिए लैंगिक समानता और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए समर्पित इस आयोग का सदस्य रह चुका है। इसमें पाकिस्तान के अलावा चीन, ईरान, जापान और लेबनान भी चुने गए हैं। पाकिस्तान इन तीनों आयोग की सदस्यता 1 जनवरी, 2022 से ग्रहण करेगा। वह छठी बार अपराध रोकथाम और आपराधिक न्याय आयोग का सदस्य बना है। इस आयोग के सदस्य के तौर पर कतर, थाईलैंड, भारत और बेहरीन को भी चुना गया है।
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क्या है तीसरे आयोग का काम?
वहीं तीसरे आयोग- जनसंख्या एवं विकास आयोग की बात करें तो इसका काम डेमोग्राफिक रिसर्च करना, आबादी और विकास के क्षेत्र में अंतरसरकारी प्रक्रिया का समर्थन करना और जनसंख्या से संबंधित डाटा और सूचना विकसित करने के लिए देशों की सहायता करना है। इसमें शामिल अन्य देश इंडोनेशिया, सऊदी अरब और चीन हैं।