लखनऊ। दूर दराज के ग्रामीण ईलाकों में लोगों को उनके घर ही स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए शुरू की गई एनएमएमयू (नेशनल मोबाईल मेडिकल यूनिट) सेवा सफलता के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रही है। 2019 में प्रदेश के 53 जिलों के लिए शुरू की गई इस सेवा से 40 लाख से अधिक लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उनके घर पर ही उपलब्ध कराया गया है। इतना ही नहीं 8 लाख से अधिक लोगों के निशुल्क लैब टेस्ट भी किए गए। कोरोना की विकट परिस्थितियों के बीच गावों में निरंतर ओपीडी सेवा पहुँचाने में एनएमएमयू महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। मोबाइल मेडिकल यूनिट सेवाओ को और बेहतर बनाने के लिए लखनऊ में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का समापन गुरुवार को हुआ। इस अवसर पर प्रबंधन द्वारा अच्छा का कार्य करने वाले सुपरवाइजरों को सम्मानित भी किया गया।
प्रदेश में एनएमएमयू सेवा की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 18 फरवरी 2019 को इंदिरागांधी प्रतिष्ठान से हरी झंडी दिखा कर की थी। सेवा का संचालन करने वाली केएचजी हेल्थ सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ,यूपी चेतन पाटिल ने बताया कि 53 जिलों में संचालित 170 एनएमएमयू के द्वारा अभी तक 4245685 लोगों को निशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उनके दरवाजे पर ही उपलब्ध कराया गया साथ ही 840254 लोगों के निशुल्क लैब टेस्ट भी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना के कहर के बीच एनएमएमयू लोगों के लिए जीवनदायिनी साबित हुई।
एनएमएमयू की टीमों ने अपनी जान की परवाह किये बगैर ग्रामीण क्षेत्र के प्रभावित इलाकों में हजारों लोगों की स्क्रीनिग-सैंपलिंग करने के साथ ही उन्हें प्राथमिक उपचार भी उपलब्ध कराया। जिससे लाखो लोगों को इलाज के लिए शहर की ओर जाने की आवश्यकता नही पड़ी।फरवरी 2020 से नवम्बर 2020 तक एनएमएमयू टीमों ने 1544651 लोगों की स्क्रीनिंग-सैंपलिंग की।कार्यशाला में कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए जिसमे किसी भी प्रकार की विषम परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया।उंन्होने बताया कि बैठक में शामिल 53 जिलों के सुपरवाइजरों को अपने अपने जिलों में एनएमएमयू के रखरखाव, साफ सफाई, मेडिकल उपकरणों की नियमित देखभाल व अधिक से अधिक मरीजों तक बेहतर इलाज पहुंचाने को लेकर निर्देश दिए गए साथ ही कोविड प्रोटोकॉल का पालन निरंतर बनाये रखने के निर्देश भी दिए गए। उन्होंने बताया कि बैठक के समापन से पूर्व उत्कृष्ट कार्य करने वाले सुपरवाइजरों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया है।