राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने रविवार (09 अक्टूबर, 2022) को देश को आजाद कराने में वीर सावरकर के योगदान को दोहराते हुए कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि वीर सावरकर को जेल में यातनाएं सहन करनी पड़ी थीं, जबकि कांग्रेस नेताओं ने जेल में आराम फरमाया था। इंद्रेश कुमार ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर को दोहरी उम्र कैद की सजा सुनाई गई और जेल में यातनापूर्ण समय बिताया, जबकि कांग्रेस नेताओं ने जेल में आराम से समय बिताया।
“अगर सम्मान नहीं कर सकते, तो अपमान का भी अधिकार नहीं”
इंद्रेश कुमार ने कहा, “हमारे एक नेता के परिवार में किसी को कभी भी जेल की सजा का सामना नहीं करना पड़ा। कांग्रेस नेताओं को जेल में यातना का सामना नहीं करना पड़ा, बल्कि उस परिवार के लोगों ने जेल में आराम से समय बिताया। जबकि, वीर सावरकर को दो बार आजीवन कारावास की सजा भुगतनी पड़ी। सावरकर ने जेल में एक यातनापूर्ण समय बिताया। यदि आप उनका सम्मान नहीं कर सकते हैं, तो किसी को भी अपमान करने का अधिकार नहीं है।”
राहुल गांधी ने वीर सावरकर को लेकर कही थी यह बात
उनका यह बयान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस बयान के बाद आया है, जिसमें कांग्रेस नेता ने कहा था कि सावरकर को अंग्रेजों से स्टाइपेंड मिलता था और ये ऐतिहासिक तथ्य हैं। यहां एक कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सद्स्यों को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि अगर महात्मा गांधी ने पाकिस्तान के गठन से पहले जवाहरलाल नेहरू और मुहम्मद अली जिन्ना से बातचीत के बजाय सुभाष चंद्र बोस या सरदार पटेल जैसे नेताओं को भेजा होता, तो देश का बंटवारा नहीं होता।
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उन्होंने लव-जिहाद और धर्म परिवर्तन को लेकर भी अपना विरोध जताया। उन्होंने कहा कि अब देश में और मंदिर नहीं तोड़े जा सकते हैं। “लव जिहाद” के साथ-साथ धर्म परिवर्तन भी नहीं होना चाहिए क्योंकि यह “अमानवीय, असंवैधानिक और ईश्वर विरोधी” है। उन्होंने कहा, “इस देश में अब और मंदिर नहीं तोड़े जा सकते हैं, न ही हम होने देंगे। कोई लव जिहाद और धर्मांतरण नहीं होना चाहिए। धर्मांतरण अमानवीय, असंवैधानिक, ईश्वर विरोधी है, यह पाप है। धर्मांतरण करने वाले कभी स्वर्ग नहीं जा सकते। वे भगवान विरोधी, खुदा विरोधी, ईश्वर विरोधी हैं।