केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार, 9 अगस्त को नागुपर में नौकरशाही पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मंत्री आपके हिसाब से नहीं बल्कि आप मंत्रियों के हिसाब से काम करेंगे। नागपुर में महाराष्ट्र स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में नितिन गडकरी ने कहा कि मैं ब्यूरोक्रेट्स से हमेशा कहता हूं सरकार आपके हिसाब से नहीं चलेगी।
गडकरी ने कहा, ‘अफसरों से मैं हमेशा कहता हूं कि आपके कहने के अनुसार सरकार काम नहीं करेगी। आपको सिर्फ ‘जी सर’ कहना है। आपको वही चीजें लागू करनी होंगी जो, हम (मंत्री) कह रहे हैं। सरकार हमारे मुताबिक चलेगी।’ उन्होंने कहा, “मैं जानता हूं कि गरीबों की भलाई के रास्ते में कोई कानून नहीं आता। लेकिन अगर ऐसे रास्ते में कोई कानून आता भी है तो उसे 10 बार भी तोड़ने के लिए हमें संकोच नहीं करना चाहिए।”
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उन्होंने कहा कि गांधी जी भी कहते थे कि यदि कानून गरीबों के विकास का रास्ता रोके तो उन्हें तोड़ने में गुरेज नहीं करना चाहिए। नितिन गडकरी ने कहा कि 1995 में महाराष्ट्र के गढ़चिरौली व मेलघाट क्षेत्र में कुपोषण के चलते हजारों आदिवासी बच्चों की मौत हो गई। क्योंकि गांवों में सड़कें नहीं थीं और सड़कें बनाने के लिए वन कानून रोड़ा बन रहे थे। उन्होंने इसका जिक्र करते हुए जनहित व जनता की भलाई के कानून तोड़ने या उन्हें दरकिनार करने की बात कही।