पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के रणनीतिक सलाहकार और पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। चंडीगढ़ सेक्टर 36 स्थित सीएफएसएल को पंजाब पुलिस ने मुस्तफा की 21 जनवरी को वायरल हुई जो वीडियो जांच के लिए सौंपी थी, उसकी रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में मुस्तफा की विवादित व दंगे भड़काने वाली वीडियो सही पाई गई है।

एसएसपी मालेरकोटला की ओर से बनाई गई स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसएसआइटी) ने मुस्तफा को पूछताछ के लिए 21 फरवरी के लिए भी समन जारी कर दिया है। एसएसपी मालेरकोटला रवजोत ग्रेवाल ने कहा कि एसआइटी मामले की जांच करेगी। मुस्तफा की पत्नी राजिया सुल्ताना मालेरकोटला से कांग्रेस की विधायक और प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। इस बार भी वे मालेरकोटला से चुनाव लड़ रही हैं।
जनसभा के दाैरान मुस्तफा ने दिया था विवादित बयान
ध्यान रहे कि मालेरकोटला में एक जनसभा के दौरान पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भडक़ाने के आरोप लगे थे और पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया था। मुस्तफा पर आरोप है कि उन्होंने धमकी दी थी कि अगर हिंदुओं को जनसभा करने की इजाजत दी गई तो वह ऐसे हालात पैदा करेंगे कि संभालने मुश्किल हो जाएंगे। यह कहा था कि मैं आरएसएस का एजेंट नहीं जो डर के घर बैठ जाऊंगा। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल होने के बाद मुख्य चुनाव आयोग व पुलिस प्रशासन से मुस्तफा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई थी।
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पुलिस ने मुस्तफा के खिलाफ किया था केस दर्ज
मामला भड़कता देख थाना सिटी मालेरकोटला पुलिस ने मुस्तफा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। एसएसपी मालेरकोटला ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआइटी का गठन किया था। हालांकि, मोहम्मद मुस्तफा ने दी सफाई में कहा था कि उन्होंने हिंदुओं नहीं बल्कि फितनों (उपद्रवी) शब्द का प्रयोग किया था।
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