पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी को बर्खास्त कर दिया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के लिखित निवेदन पर राज्यपाल फागू चौहान से रविवार को सिफारिश की जिसे सोमवार को स्वीकार कर लिया गया. जिसके बाद अब मुकेश सहनी अब मंत्री पद पर नहीं रहे हैं. इस बीच भाजपा के तरफ से लगातार हमला भी जारी है. जिसका जवाब मुकेश सहनी भी दे रहे हैं.
अपनी पार्टी का विलय भाजपा में करने की बात कहकर आए- संजय जायसवाल
भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने मुकेश सहनी पर हमला बोलते हुए कहा कि वीआईपी प्रमुख अपनी सुर बदलते रहते हैं. जब विधानसभा चुनाव में इन्हें गठबंधन में शामिल होने का मौका दे दिया गया था तो सहनी ने कहा था कि वो अपनी पार्टी का विलय भाजपा में कर देंगे. लेकिन जब परिणाम सामने आया और हम सीटों के मामले में बहुत अधिक आगे नहीं निकल सके तो इनके सुर बदलने लगे.
मुख्यमंत्री का निर्णय मान्य : मुकेश सहनी
वहीं सीएम ने जब सिफारिश भेजी तो मुकेश सहनी ने कहा कि मंत्री पद से मुझे हटाने का निर्णय मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है. जो भी मुख्यमंत्री का निर्णय होगा, हमारे लिए वह मान्य होगा. उन्होंने कहा कि मुझ पर हुई कार्रवाई से यह तो साफ हो गया है कि हमारा कद तेजी से बढ़ रहा था, जिसे रोकने के लिए इतना बड़ा कदम उठाना पड़ा. उन्होंने कहा कि अभी उनके पास ताकत और सत्ता है. वह कुछ भी कर सकते हैं, लेकिन एक समय आयेगा कि हमारे समाज के लोग इन्हें भी अपनी ताकत का एहसास दिलायेंगे.
जम्मू कश्मीर में चुनाव, बीजेपी का बनेगा CM, फारूक अब्दुल्ला थामेंगे कमल? जानें क्या है पूरा मामला
भाजपा और मुकेश सहनी के बीच का विवाद
बता दें कि भाजपा और मुकेश सहनी के बीच काफी दिनों से लगातार रार छिड़ी हुई थी. यूपी चुनाव में सहनी ने सीएम योगी और पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला. वहीं बिहार में खुद को कभी लालूवादी तो कभी तेजस्वी संग मिलकर सरकार बनाने की बात करने लगे. बोचहां उपचुनाव में बीजेपी और वीआईपी के बीच सीट पर दावेदारी को लेकर विवाद छिड़ा. दोनों दलों ने उम्मीदवार उतार दिये जिसके बाद वीआईपी के तीनों विधायक भाजपा का दामन थाम लिये और सहनी को भाजपा ने एनडीए से आउट बता दिया.