माफिया से राजनेता बना अतीक अहमद मंगलवार (28 मार्च, 2023) को यूपी के प्रयागराज स्थित एमपी-एमएलए कोर्ट में जब दोषी करार दिया गया तब उसकी आंखों से आंसू निकल आए थे। सूत्रों के हवाले से कुछ टीवी मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया कि अहमद उस समय रोने लगा था और उसका भाई अशरफ भी फफक-फफक कर रो रहा था।
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रोचक बात है कि इससे कुछ देर पहले कोर्ट के बाहर एक युवक अहमद को जूते- चप्पलें की माला पहनाने के लिए पहुंचा था। भीड़ के बीच जूते-चप्पलों की माला लेकर खड़े वरुण नाम के युवक ने मीडिया से कहा- अगर मैं अहमद को यह माला पहना देता हूं, तब पूरा पाल समाज और पूरी वकील कम्युनिटी को खुशी होगी। उसने वकील समुदाय के सदस्य की हत्या की थी।
बकौल वरुण, “वकीलों को यह जानकर खुशी होगी कि अतीक अपनी सजा (उमेश पाल किडनैपिंग केस में) सुनने के लिए जूतों की माला पहनकर आया है। ये उमेश पाल और राजू पाल के परिवार के लोगों के जूते-चप्पल हैं।” वहीं, कोर्टरूम के बाहर जब अतीक के भाई अशरफ को पुलिस सुरक्षा के बीच ले जाया गया, तब आक्रोशित वकील “फांसी दो-फांसी दो” के नारे लगा रहे थे।
उधर, सुप्रीम कोर्ट ने उमेश पाल हत्याकांड में पूर्व सांसद और कथित गैंगस्टर अतीक की यूपी पुलिस की हिरासत के दौरान सुरक्षा की मांग वाली याचिका मंगलवार को खारिज कर दी। जस्टिस अजय रस्तोगी और जस्टिस बेल एम. त्रिवेदी की बेंच ने जान को खतरा होने के अहमद के दावे पर उसे सुरक्षा के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट का रुख करने की मंजूरी दी।
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दरअसल, यूपी के प्रयागराज में 2005 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा कर्मियों की दिनदहाड़े गोली मारकर 24 फरवरी को हत्या कर दी गई थी।