हाईटैक होंगे मदरसे: गैर अनुदानित मदरसों को अब मिलेगा मोबाइल एप का लाभ

मदरसा शिक्षा परिषद के दीनियात एनसीईआरटी से संबंधित पाठ्यक्रम हेतु होगा मोबाइल ऐप विकसित

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक व वक़्फ़ व हज मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने अपने आवास 6-कालीदास पर यह जानकारी देते हुए बताया कि मदरसा शिक्षा परिषद के दीनयात (धर्मशास्त्र) एवं एनसीईआरटी से संबंधित पाठ्यक्रमों के लिए सरकार ने मोबाइल ऐप विकसित करने का फैसला किया है। इस कार्य हेतु यूपी डेस्को को कार्यदायी संस्था नामित किया गया है।

फोटो: साभार गूगल

श्री नंदी ने बताया कि अल्पसंख्यक कल्याण विभाग मोबाइल एप के शीघ्र विकसित करने के लिए यूपी डेस्को के साथ समन्वय का काम करेगा। इस ऐप के विकसित हो जाने से दीनियात और एनसीईआरटी के पाठ्यक्रमों से संबंधित कार्य को सुचारु रुप से संचालित किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि अल्पसंख्यक कल्याण विभाग मदरसों के छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था को मोबाइल ऐप के माध्यम से सुलभ कराएगी। मोबाइल ऐप पर एनसीईआरटी की शिक्षण सामग्री उपलब्ध होने का सबसे अधिक लाभ गैर अनुदानित मदरसों को मिल सकेगा तथा छात्र-छात्राओं को भी किताबों के लिए भी इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा।

मोबाइल ऐप पर दीनयात की किताबें भी आसानी से सुलभ रहेंगी। बताते चलें कि पिछले साल अनुदानित मदरसों को एनसीईआरटी की किताबें निःशुल्क प्रदान की गई थीं। जबकि गैर अनुदानित मदरसों को यह फायदा नहीं मिल सका था। श्री नंदी ने बताया कि मोबाइल ऐप को मदरसा पोर्टल से भी जोड़ा जाएगा और सभी मदरसों को लिंक भेजा जाएगा। इससे ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा इसके साथ ही छात्र-छात्राओं को शिक्षण सामग्री आसानी से मुहैया हो सकेगी। उन्होंने बताया कि मोबाइल ऐप पर उपलब्ध पाठ्यक्रम से मदरसा प्रबंधन को भी सुविधा होगी।