प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित कर रहे हैं। सभी भारतवासियों ने लंबा समय तय किया है। धीरे-धीरे अब तेजी नजर आने लगी है। अधिकांश लोग अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिये जीवन को गति देने के लिये लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं। त्योहारों के इस मौसम में बाजारों में भी रोनक धीरे-धीरे लौट रही है। देखिये हमें यह भूलना नहीं है। लॉकडाउन भले ही चला गया है लेकिन वायास नहीं गया। बीते सात आठ महीनों में प्रत्येक भारतीय के प्रयास से भारत आज जिस संभली हुई स्थिति में हैं हमें उसे बिगड़ने नहीं देना है। और अधिक सुधार करना है। आज देश में रिकवरी रेट अच्छी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिया यह सन्देश
भारत में प्रति दस लाख लोगों में मृत्यु दर 83 हैं जबकि अमेरिका, स्पेन जैसे अनेक देशों में छह सौ के पार है। दुनिया के साधन सम्पन्न देशों में भारत अपने ज्यादा से ज्यादा नागरिकों का जीवन बचाने में सफल हो रहा है। आज हमारे देश में कोरोना मरीजों के लिये नब्बे लाख से ज्यादा बेड की सुविधा उपलब्ध है। 12 हजार कोरेंटाइन सेंटर हैं। टेस्टिंग के लिये दो हजार लैब काम कर रही हैं।
सेवा परमोधर्म के मंत्र पर चलते हुए हमारे डॉक्टर, नर्स लोग इतनी बड़ी आबादी की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं। इन सभी प्रयासों के लिये यह समय लापरवाह होने का नहीं है।यह समय यह मान लेने का नहीं है कि कोरोना चला गया। या फिर अब कोरोना से कोई खतरा नहीं है।
अब सावधानी बरतना लोगों ने कम कर दिया है यह बिलकुल ठीक नहीं है।
अगर आप लापरवाही बरत रहे हैं बिना मास्क के बाहर निकल रहे हैं तो अपने परिवार को उतने ही बड़े संकट में डाल रहे हैं। आप ध्यान रखिये कि आज अमेरिका हो या और कोई देश कोरोना के मामले कम हो रहे थे लेकिन अचानक फिर से बढ़ने लगे हैं। संत कबीरदास जी ने कहा है कि पक्की खेती देखिके गर्म किया किसान अजहु जोला बहुत है ज्वर आवे तब जान। अर्थान कई बार पक्की हुई फसल देखकर सोचते हैं कि अब तो काम हो गया है। लेकिन जब तक फसल घर न आ जाए तब तक नहीं मानना चाहिये। जब तक सफलता पूरी नहीं मिल जाए तब तक लापरवाही नहीं करनी चाहिये।
यह भी पढ़ें: जानिये…आखिर क्यों मुख्तार अंसारी को यूपी लाने में नाकाम रही पुलिस ?
मानवता को बचाने के लिये युद्ध स्तर पर पूरी दुनिया में काम हो रहा है। हमारे देश के वैज्ञानिक भी वैक्सीन के लिये जी जान से काम कर रहे हैं। कुछ एडवांस स्टेज पर हैं। साथियों कोरोना की वैक्सीन जब भी आएगी प्रत्येक भारतीय तक कैसे पहुंचे उसके लिये भी सरकार का काम जारी है।
याद रखिये जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं। त्योहारों का समय उल्लास का समय है। कठिन समय से निकलकर आगे निकल रहे हैं। थोड़ी सी लापरवाही हमारी खुशियों का धूमिल कर सकती है।
दो गज की दूरी समय समय पर साबुन से हाथ धुलना और मास्क लगाना इसका ध्यान रखिये आपको मैं सुरक्षित देखना चाहता हूं. मैं अपने मीडिया के साथियों से बड़े आग्रह से कहना चाहता हूं कि आप जागरूकता लाने के लिये नियमों का पालन करने के लिये जितना जनजागरण करेंगे वह आपकी ओर से सबसे बड़ी जनसेवा होगी। स्वस्थ रहिये, तेज गति से अआगे बढ़िये, देश को भी आगे बढ़ाएं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने सभी त्योहारों की बधाई दी