मुंह व दांत को रखें स्वस्थ, वरना फेफड़ा भी हो सकता है प्रभावित: डॉ. हिमांगी दुबे

लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी एवं टेक्नोलॉजी संकाय के सिविल विभाग द्वारा मंगलवार को मिशन शक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत महिला सशक्तीकरण विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार में मुख्य वक्ता डेंटल सर्जन डॉ. हिमांगी दुबे ने ओरल हाइजीन फॉर विमेंस विषय पर व्याख्यान दिया। डॉ. हिमांगी दुबे ने कहा कि मुंह व दांत को रखें स्वस्थ, वरना फेफड़ा भी हो सकता है प्रभावित।

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उन्होंने कहा कि ओरल हेल्‍थ शरीर के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है और इसे नजरअंदाज करने पर आप कई अन्य हेल्‍थ प्रॉब्लम का शिकार बन सकती हैं। खराब ओरल हेल्‍थ के कारण पेरियोडोंटाइटिस की समस्‍या होती है। हार्ट, एंडोक्राइन सिस्टम, प्रजनन और श्वसन प्रणाली की तरह कई ऑर्गन सिस्टम पेरियोडोंटाइटिस इंफेक्‍शनसे जुड़े हैं। डॉ. हिमांगी दुबे ने कहा कि मुंह व दांत को रखें स्वस्थ, वरना फेफड़ा भी हो सकता है प्रभावित।

डॉ. हिमांगी दुबे

ओरल हेल्‍थ का असर आपके फेफड़े पर भी पड़ता है, जिससे आपको निमोनिया जैसी समस्‍या भी हो सकती है। उन्होंने बताया कि कई गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था में मसूड़े की सूजन यानी जिंजिवाइटिस का अनुभव होता है, यह मसूड़ों की आम समस्‍या है। डॉ. हिमांगी दुबे ने कहा कि मुंह व दांत को रखें स्वस्थ, वरना फेफड़ा भी हो सकता है प्रभावित।

उन्होंने कहा कि इसका मुख्य कारण वाइट ब्लड सेल्स का इकट्ठा होना, बैक्टीरियल इंफेक्‍शन और प्लॉक है। इससे गम्स में सूजन और ब्‍ली‍डिंग होने लगती है। गम्स को हेल्‍दी और स्‍ट्रॉग बनाने के लिए दिन में दो बार अपने दांतों में ब्रश करें, रेगलुर फ्लॉस करें, हेल्‍दी डाइट लें, हर महीने अपना टूथब्रश बदलें या ब्रिसल के खराब होने पर इसे बदलें। डॉ. हिमांगी दुबे ने कहा कि मुंह व दांत को रखें स्वस्थ, वरना फेफड़ा भी हो सकता है प्रभावित।

एंट्रेंप्रेनेऊर एवं सी.ई.ओ (लखनऊ फार्मर्स मार्केट) ज्योत्सना कुमार हबीबुल्लाह ने महिला सशक्तीकरण पर जोर देते हुए किशोरावस्था में होने वाले विभिन्न प्रकार के समस्याओं पर प्रकाश डाला और छात्राओं को किसी भी प्रकार की मौखिक एवं शारीरिक उत्पीड़न के विरुद्ध आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया। डॉ. हिमांगी दुबे ने कहा कि मुंह व दांत को रखें स्वस्थ, वरना फेफड़ा भी हो सकता है प्रभावित।