कर्नाटक में जारी हिजाब विवाद (Karnataka Hijab Controversy) के बीच कांग्रेस विधायक कनीज फातिमा (Congress MLA Kaneez Fatima) ने अपने समर्थकों के साथ शनिवार को कलबुर्गी जिला कलेक्टर कार्यालय (Kalaburagi District) के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. राज्य शिक्षा प्रशासन ने मुस्लिम स्कूली छात्राओं के हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. इसका कारण बताते हुए प्रशासन ने कहा कि इससे सौहार्द बिगड़ता है, इसलिए वर्दी के दिशानिर्देशों को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए.
फातिमा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह भी विधानसभा में हिजाब पहनती हैं. फातिमा ने राज्य सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि सरकार हिजाब पहने से रोककर दिखाए. फातिमा ने कहा, ‘हम हिजाब के रंग में बदलाव करके इसे वर्दी के रंग के साथ मिलाने के लिए तैयार हैं, लेकिन हम इसे पहनना बंद नहीं कर सकते. मैं विधानसभा में भी हिजाब पहनती हूं. अगर सरकार रोक सकती है, तो वो मुझे ऐसा करने से रोककर दिखाए.’
‘छात्राओं का हो रहा लगातार उत्पीड़न’- कांग्रेस
कर्नाटक विधानसभा (Karnataka Assembly) में गुलबर्गा (उत्तर) निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली फातिमा ने यह भी आरोप लगाया है कि राज्य शिक्षा प्रशासन (State Education Administration) द्वारा छात्राओं का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है. फातिमा ने कहा, ‘उनको (छात्राओं को) स्कूलों में प्रवेश से वंचित किया जा रहा है. वो भी ऐसे समय पर जब वार्षिक परीक्षाओं में केवल दो महीने का समय शेष रह गया है. इसी का विरोध करने के लिए सभी जाति और धर्म के लोग डीसी कार्यालय कलबुर्गी में जमा हुए हैं.’
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तय ड्रेस कोड का करना होगा पालन
कांग्रेस विधायक ने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) को एक ज्ञापन सौंपा जाएगा और बाद में उडुपी में भी इसके विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा. फातिमा ने कहा, ‘अब तक हर कोई इसे (हिजाब को) पहनता था. अब बहुत देर हो चुकी है. वे अचानक हमें क्यों रोक रहे हैं? बुर्का-हिजाब कोई नई बात तो नहीं है.’ गौरतलब है कि कर्नाटक शिक्षा विभाग (Karnataka Education Department) ने शनिवार को एक आदेश जारी कर कहा, ‘सभी स्कूलों को राज्य सरकार द्वारा निर्धारित वर्दी का पालन करना होगा. निजी संस्थानों के छात्रों को भी उनके संबंधित प्रबंधन द्वारा तय किए गए ड्रेस कोड का पालन करना होगा.