कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार के लिए परेशानी का सबब तो बना ही हुआ है, इस आंदोलन को हथियार बनाकर विपक्ष द्वारा किये जा रहे हमले ने भी सरकार की नाक में दम कर रखा है। इसी क्रम में बिहार के एक नेता ने भी किसानों का समर्थन करते हुए केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर पर हमला बोला। हालांकि इस दौरान वे इतने आक्रामक हो गए कि वे अपनी जुबान पर नियंत्रण नहीं रख सके।
कृषि कानूनों के खिलाफ जाप नेताओं ने किया प्रदर्शन
दरअसल, बिहार के औरंगाबाद जिले में शनिवार को जाप कार्यकर्ताओं ने कृषि कानूनों खिलाफ आक्रोश मार्च निकालकर विरोध जताया। इस दौरान पार्टी के नेताओं ने कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के उस उस बयान का भी विरोध किया, जिसमें उन्होंने किसानों को दलाल बताया था। यह विरोध जताते हुए जाप नेताओं ने कृषि मंत्री का पुतला भी फूंका और जमकर नारेबाजे की।
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में जाप के उम्मीदवार रहे और पार्टी के सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष चुन्नू यादव ने कृषि मंत्री को लेकर विवादित बयान दे डाला। उन्होंने कहा कि ऐसे मंत्री को खड़ा करके गोली मार देना चाहिए। इसके अलावे उन्होंने बिहार से पैक्स व्यवस्था समाप्त कर मंडी व्यवस्था लागू करने की मांग भी की।
प्रदर्शन के दौरान जाप नेताओं ने नए कृषि कानून में कई खामियां गिनाते हुए कहा कि भारत सरकार लगातार देश की विकास नीति को ताक पर रखकर सिर्फ भाजपा की सांप्रदायिक नीति और पूंजीपतियों को बढ़ावा नीति अपना रही है। सरकार रोजगार सृजन के मामले फेल है। वहीं, युवाओं को रोजगार देने के बदले, उनसे रोजगार छीनने का काम कर रही है।
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उन्होंने कहा कि देश पहले ही आर्थिक गुलामी की ओर जा चुका है। बची खुची कसर केंद्र सरकार ने किसान विरोधी कानून लाकर पूरा कर दिया है। सरकार कांटेक्ट फार्मिंग नीति अपना कर उद्योगपतियों को बढ़ावा देना चाहती है। उन्होंने भारत सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि वर्षों बाद भारत के किसान जागे हैं। अब केंद्र सरकार आंख में धूल झोंक कर शोषण नहीं कर सकती।