केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार भी भ्रष्टाचार के दलदल में फंसती नजर आ रही है। इसकी शुरुआत केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से हुई है, जिनपर अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाज वर्तिका सिंह ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। मिली जानकारी के अनुसार, वर्तिका सिंह ने एमपी-एमएलए कोर्ट में अमेठी सांसद स्मृति ईरानी और उनके सहयोगियों के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए परिवाद दायर की है। अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाज के इस परिवाद में स्मृति ईरानी के अलावा उनके निजी सचिव विजय गुप्ता व सह आरोपी डॉ। रजनीश सिंह को आरोपी बनाया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाज ने लगाया ये आरोप
मिली जानकारी के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाज वर्तिका द्वारा लगाए गए आरोप के अनुसार, स्मृति ईरानी की शह पर उनके करीबियों ने केंद्रीय महिला आयोग के सदस्य पद का फर्जी लेटर जारी किया। पहले बड़ी-बड़ी बातें कर अंतरार्ष्ट्रीय शूटर को गुमराह किया गया, फिर पद पर बिठाने का एक करोड़ रेट बताकर वर्तिका की अच्छी प्रोफाइल होने की बात कहकर 25 लाख रुपये की डिमांड हुई।
इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाज ने आरोप लगाते हुए यह भी बताया है कि स्मृति ईरानी के करीबी ने वर्तिका से सोशल साइट पर लूज-टॉक की। लूज-टॉक व रुपयों की डिमांड की बात का विरोध कर वर्तिका ने भ्रष्टाचार का खेल उजागर कर देने की चेतावनी भी दी थी। इससे बौखला कर स्मृति ईरानी के करीबी व सह आरोपी विजय गुप्ता ने मुसाफिरखाना थाने में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया था।
वर्तिका का कहना है कि मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी की छवि को बदनाम करने वाले आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराकर निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही की मंशा को लेकर एमपी-एमएलए कोर्ट में परिवाद किया है। इस मामले की सुनवाई 2 जनवरी को होगी।
इस मामले को लेकर अभीतक केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और उनके करीबियों की ओर से कोई बयान जारी नहीं किया गया है।