काबुल हमले के बाद भारत का बड़ा कदम, 100 से ज्यादा सिख-हिंदुओं को ई-वीजा

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित एक गुरुद्वारे पर हमले के बाद भारत ने बड़ा कदम उठाया है। गृह मंत्रालय ने अफगानिस्तान में 100 से अधिक सिखों और हिंदुओं को प्राथमिकता के आधार पर ई-वीजा प्रदान किया है। इतना ही नहीं यह भी बताया जा रहा है कि अब तक ऐसे करीब सौ वीजा जारी किए जा चुके हैं। इसे ऑनलाइन भी हासिल किया जा सकता है।

दरअसल, समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि काबुल हमले के बाद गृह मंत्रालय ने अफगानिस्तान में 100 से अधिक सिखों और हिंदुओं को प्राथमिकता के आधार पर ई-वीजा प्रदान किया है। भारत सरकार की ओर से जारी किए गए ई-वीजा को ऑनलाइन आवेदन के जरिए भी हासिल किया जा सकता है। उधर गुरद्वारे पर हमले के बाद से ही भारत का विदेश मंत्रालय करीब से नजर रखे हुए है।

इससे पहले गृह मंत्रालय की तरफ से पिछले साल 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर तालिबानियों के कब्जे के वक्त भी ई-वीजा जारी किया गया था। शनिवार को हुए इस हमले में एक सिख सहित दो लोगों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए। यह हमला तब हुआ जब बंदूकधारियों ने एक हथगोला फेंका जिससे गुरुद्वारे के गेट के पास आग लग गई। हालांकि अफगान सुरक्षाकर्मियों ने विस्फोटक लदे एक गाड़ी को गुरुद्वारे में एंट्री करने से रोककर एक अन्य बड़ी घटना को टाल दिया।

घटनाक्रम पर भारत की करीबी नजर

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने हमले के बाद कहा कि काबुल शहर के पवित्र गुरुद्वारे पर हमले की खबरों से बहुत चिंतित हैं। विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर ने कहा है कि गुरुद्वारा कार्त-ए-परवान पर हुए कायरतापूर्ण हमले की सभी को कड़े शब्दों में निंदा करनी चाहिए। हमले की खबर मिलने के बाद से हम घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहे हैं। हमारी पहली और सबसे महत्वपूर्ण चिंता समुदाय के कल्याण के लिए है।

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मार्च 2020 में भी हुआ था गुरुदारे पर हमला

काबुल के एक गुरुदारे में मार्च 2020 में हुए आत्मघाती हमले में कम से कम 25 सिख मारे गए थे और आठ अन्य लोग घायल हुए थे। यह हमला अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक सिख समुदाय पर हुए सबसे घातक हमलों में से एक था। शोर बाजार इलाके में हुए इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट ने ली थी।