वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए वैक्सीन और दवाओं के निर्माण के लिए भारत-म्यांमार साझा प्रयास कर रहे हैं। एक दूसरे को शोध, तकनीक व शोध से निकले निष्कर्षों से लगातार साझा किया जा रहा है। जल्द ही इसके बेहतर परिणाम सामने आयेंगे। कोविड-19 के वायरस से पूरा विश्व प्रभावित है। उम्मीद है कि बहुत जल्द दोनों देश मिलकर वायरस को काबू में करने की दवा ईजाद कर लेंगे। यह जानकारी दिल्ली स्थित म्यांमार के राजदूत ऊ मोचो आंग ने दी । वह कुशीनगर के म्यांमार गेस्ट हाउस में शनिवार को बातचीत कर रहे थे।
-15 सदस्यीय दल के साथ महापरिनिर्वाण मन्दिर में टेका माथा
राजदूत दूतावास के 15 सदस्यीय दल के साथ 5वीं सदी की बुद्ध की महापरिनिर्वाण मुद्रा वाली प्रतिमा के समक्ष पूजन अर्चन के लिए आए थे। उन्होंने कहा कि महापरिनिर्वाण बुद्ध मंदिर में विश्व शांति और महामारी से शांति के लिए भी प्रार्थना हुई। म्यांमार के निवासियों को यह विश्वास है कि जिस तरह वैशाली में उत्पन्न हुई समस्या का समाधान बुद्ध ने किया था। उसी प्रकार कोविड वायरस का भी खात्मा होगा।
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-कोविड वायरस की मुक्ति की प्रार्थना
एक प्रश्न के उत्तर में राजदूत ने कहा कि भारत के सहयोग से 14 00 किलोमीटर इंडो-म्यांमार-थाईलैंड ट्राईलैटरल हाइवे का निर्माण अंतिम चरण में है। म्यांमार और थाईलैंड के बीच हाइवे का निर्माण पूरा हो चुका है। म्यांमार और भारत के मध्य कुछ कार्य बाकी है। इसके शीघ्र पूर्ण होने की उम्मीद है। कहा कि इसके पूर्ण हो जाने से रक्षा,पर्यटन व व्यापार में बढोत्तरी तो होगी ही तीनों देशों के साथ पहले से चले आ रहे मैत्री सम्बंध और प्रगाढ़ होंगे।