कार्डियक अरेस्ट में इंसान को मिलता है सिर्फ 3 से 5 मिनट का टाइम, ऐसे बच सकती है जान

बॉलीवुड के मशहूर एक्टर सतीश कौशिक की कार्डियक अरेस्ट से हुई मौत ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. 8 मार्च को दोस्तों संग घंटों होली खेलने के बाद रात को अचानक उनको बेचैनी और सांस लेने में परेशानी हुई थी. सतीश कौशिक की कार्डियक अरेस्ट से मौत इस मायने भी हैरान करने वाली है क्योंकि वो रोजाना जिम में घंटों पसीना बहाते थे. इससे पहले भी हमारे सामने ऐसे कई केस आ चुके हैं, जिसमें लोगों को घूमते, जिम करते और डांस करते हार्ट अटैक से मरते देखा गया है. इन मामलों में लोगों को अस्पताल तक ले जाने के मौका भी नहीं मिला. ऐसे में कार्डियक अरेस्ट क्या है और इसके क्या लक्षण होते हैं और क्या इसका अटैक आने पर व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है. आज हम कुछ ऐसे ही पहलुओं पर चर्चा करेंगे.

कार्डियक अरेस्ट में दिल अचानक बंद नहीं होता

गाजियाबाद एमएमजी हॉस्पिटल के डॉ. आलोक रंजन बताते हैं कि कार्डियक अरेस्ट में दिल काम करना बंद कर देता है. इस स्थिति में दिल ब्लड को पंप नहीं कर पाता और कुछ पलों में पूरी बॉडी इससे प्रभावित हो जाती है. जानने वाली बात यह है कि कार्डियक अरेस्ट में दिल अचानक बंद नहीं होता, बल्कि इससे पहले 3 से 5 मिनट के लिए हार्ट बीट अचानक तेज ( 350 से 400 बीट्स प्रति मिनट ) हो जाती हैं. इसके बाद हार्ट काम करना बंद कर देता है. इस दौरान इंसान को बचाने के लिए केवल 3 से 5 मिनट का ही समय मिलता है. इस समय अगर मरीज को सीपीआर या इलेक्ट्रिक शॉक मिल जाए तो उसकी जान बच सकती है. क्योंकि सीपीआर और इलेक्ट्रिक शॉक से फेफड़ों में पर्याप्त ऑक्सीजन बनी रहती है.

युवाओं में क्या आ रही यह बीमारी

डॉ. रंजन बताते हैं कि आजकल युवाओं में कार्डियक अरेस्ट के ज्यादा केस देखने को मिल रहे हैं. जिसकी वजह क्षमता से ज्यादा मेहनत करना, जिम में ज्यादा वजह उठाना, कई घंटे तक वर्क आउट करना है. इसके साथ ही स्मोकिंग, गलत खान-पान, खराब लाइफस्टाइल, शराब पीना, रात के देर तक जगना और जरूरत से कम सोना आदि कारण भी कार्डियक अरेस्ट की संभावनाओं को बढ़ाती हैं. डॉ. रंजन कहते हैं कि हेल्दी और फिट रहने के लिए रोजना 30 से 40 मिनट का वर्क आउट भी काफी हो. इसमें घर पर ही बॉडी वेट एक्सरसाइज, कार्डियो एक्सरसाइज, रनिंग और जॉगिंग या फिर ब्रिस्क वॉक को भी शामिल किया जा सकता है.

कार्डियक अरेस्ट के लक्षण

बेचैनी

बेहोशी

हार्ट रेट तेज बढ़ना

सीने में जकड़न और दर्द

चक्कर आना

सांस लेने में परेशानी

उल्टी होना

पेट और सीने में साथ में दर्द

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