अगर जोड़ों के दर्द से हैं परेशान तो अपनाए ये घरेलू उपाय, समस्या से मिलेगा छुटकारा

जैसे जैसे व्यक्ति की उम्र बढती है, उसका शरीर बीमारियों से लड़ने में उतना ही कमजोर होता जाता है। ऐसे में बढती उम्र के साथ शरीर को कई तरह की बीमारियाँ घेर लेती हैं। ऎसी ही एक बीमारी जोड़ों में दर्द हैं। अधिकतर वृद्धावस्था में शरीर में घर करने वाली इस बीमारी की बजह से इन्सान को चलने फिरने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

वैसे तो प्रायः लोग इस दर्द से निपटने के लिए पेन किलर का सहारा लेते हैं लेकिन कुछ ऐसे घरेलु उपाय भी हैं, जिसकी मदद से इस समस्या का हल पाया जा सकता है। चलिए आज इन घरेलू उपायों पर चर्चा करते हैं।

प्लांट बेस्ड पौंधों से प्राप्त भोजन में जोड़ों के दर्द को कम करने की क्षमता होती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी इंफ्लामेटरी(Antioxidants and Anti Inflammatory) गुए पाए जाते हैं। इससे सूजन कम होती है, जिससे दर्द कम होने लगता है। नियमित रूप से भोजन में हल्दी की पर्याप्त मात्रा मिलाने से जोड़ों को दर्द कम हो जाता है। हल्दी में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लामेटरी दोनों गुण मौजूद होते हैं, जो जोड़ों के बीच बनी सूजन को खत्म करते हैं।

अन्नास (pineapple) में भी जोड़ों के दर्द को कम करने की शक्ति होती है। अन्नास में ब्रोमेलेन (bromelain) कंपाउंड पाया जाता है। यह एक एंजाइम (enzymes) है जो प्रोटीन को तोड़ने के काम आता है। जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए इस एंजाइम की महत्वपूर्ण भूमिका है।

अखरोट (Walnut) गिरी को पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट खाने से जोडों के दर्द से छुटकारा मिलता है। दो महीने लगातार बादाम गिरी के सेवन से गठिया का रोग ठीक हो सकता है। दस कलियां लहसुन (Garlic) की 100 ग्राम पानी या दूध में मिला कर पीने से जोड़ों के दर्द में जल्दी से आराम मिल सकता है। नींबू, संतरा भी जोड़ों के दर्द को कम कर सकता है। इनमें विटामिन सी पाया जाता है, जो इम्युन सिस्टम को मजबूत करता है। यह जोड़ों के दर्द के लिए भी फायदेमंद है।

घरेलू उपचारों की प्रभावशीलता:

  • व्यक्तिगत भिन्नता: घरेलू उपचारों की प्रभावशीलता व्यक्ति से व्यक्ति में भिन्न हो सकती है। जो किसी व्यक्ति के लिए प्रभावी हो, वह दूसरे के लिए न भी हो।
  • अन्य कारक: जोड़ों के दर्द के कारण, गंभीरता और व्यक्ति की समग्र स्वास्थ्य स्थिति भी उपचार की प्रभावशीलता को प्रभावित कर सकती है।
  • वैज्ञानिक समर्थन: कुछ घरेलू उपचारों के लिए वैज्ञानिक समर्थन अधिक मजबूत है, जबकि अन्य के लिए सीमित है।

सावधानियां:

  • डॉक्टर की सलाह: किसी भी नए उपचार को शुरू करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए, खासकर यदि आप पहले से ही कोई दवा ले रहे हैं या कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या है।
  • एलर्जी: कुछ लोगों को इन घरेलू उपचारों से एलर्जी हो सकती है। इसलिए, पहले थोड़ी मात्रा में उपयोग करके देखें।
  • अन्य स्वास्थ्य समस्याएं: यदि आपको कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, तो इन उपचारों को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।

अतिरिक्त सुझाव:

  • व्यायाम: नियमित रूप से हल्का व्यायाम करने से जोड़ों की गतिशीलता में सुधार होता है और दर्द कम होता है।
  • गर्म और ठंडे सेक: गर्म और ठंडे सेक बारी-बारी से करने से सूजन और दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है।
  • वजन नियंत्रण: अतिरिक्त वजन जोड़ों पर दबाव डालता है, इसलिए वजन कम करने से दर्द में राहत मिल सकती है।
  • आराम: जोड़ों को आराम देना भी महत्वपूर्ण है।

जोड़ों के दर्द के अन्य संभावित कारण:

  • गठिया: ऑस्टियोआर्थराइटिस और रुमेटॉइड आर्थराइटिस जोड़ों के दर्द के सबसे आम कारण हैं।
  • चोट: जोड़ों में चोट लगने से भी दर्द हो सकता है।
  • संक्रमण: कभी-कभी जोड़ों में संक्रमण भी दर्द का कारण बन सकता है।
  • मेटाबॉलिक रोग: गठिया, गाउट और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी कुछ चयापचय संबंधी बीमारियां भी जोड़ों के दर्द का कारण बन सकती हैं।

निष्कर्ष:

जोड़ों का दर्द एक आम समस्या है, लेकिन इसके लिए कई प्रभावी उपचार उपलब्ध हैं। घरेलू उपचार दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन किसी भी गंभीर समस्या के लिए हमेशा एक डॉक्टर से परामर्श लेना सबसे अच्छा होता है।