गुजरात की 15वीं विधानसभा में होंगे 105 नए चेहरे, 14 महिला और 1 मुस्लिम MLA; 77 मौजूदा विधायक

गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजे आने के बाद अब 12 दिसंबर को नई सरकार का शपथ ग्रहण होगा. भाजपा लगातार 7वीं बार गुजरात में सरकार बनाएगी. चुनाव परिणाम ने गुजरात की 15वीं विधानसभा का स्वरूप भी तय कर दिया है, जिसमें भाजपा के 156, कांग्रेस के 17, आम आदमी पार्टी के 5 और 4 निर्दलीय (अगर किसी दल में शामिल नहीं होते हैं तब) सदस्य होंगे. इस बार राज्य विधानसभा में 105 नए सदस्य होंगे, 14 महिला सदस्य और 1 मुस्लिम सदस्य होगा. मौजूदा 77 विधायकों के अलावा, जिन्हें फिर से निर्वाचित किया गया है. गुजरात की 15वीं विधानसभा नए और अनुभवी सदस्यों का मिश्रण बनने के लिए तैयार है.

नए चेहरों में क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा होंगी- जो जामनगर उत्तर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के रूप में 50,000 से अधिक वोटों से जीती हैं. 14वीं विधानसभा में 13 महिला विधायक थीं, जबकि 13वीं विधानसभा में रिकॉर्ड 17 महिला विधायक थीं. रिवाबा के अलावा, दो अन्य सदस्य रीता पटेल और मालती माहेश्वरी पेशे से व्यवसायी हैं. पेशे से एक बिल्डर, रीता पटेल गांधीनगर उत्तर सीट से नवनिर्वाचित भाजपा विधायक हैं, जो राज्य की राजधानी को कवर करती है. वह गांधीनगर नगर निगम की मेयर थीं. गांधीधाम सीट से जीतीं मालती माहेश्वरी लॉजिस्टिक्स बिजनेस से जुड़ी हैं.

नई विधानसभा में 3 प्रैक्टिसिंग डॉक्टर भी होंगे

नई विधानसभा में 3 प्रैक्टिसिंग डॉक्टर भी होंगे, जिनमें राजकोट नगर निगम की डिप्टी मेयर रहीं डॉ. दर्शिता शाह भी शामिल हैं, जो राजकोट पश्चिम सीट से जीती हैं, जिसका प्रतिनिधित्व 2017 के चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाधी ने किया था. अन्य डॉक्टरों में डॉ. दर्शन देशमुख और पायल कुकरानी शामिल हैं, जिन्होंने भाजपा के लिए क्रमशः नंदोद और नरोदा सीटें जीती हैं. उनके अलावा, अहमदाबाद में असारवा से नवनिर्वाचित भाजपा उम्मीदवार दर्शना वाघेला एक गृहिणी हैं, जबकि भावनगर-पूर्व से सेजल पांड्या शिक्षण और कोचिंग पेशे में हैं. भाजपा की 13 नवनिर्वाचित महिला विधायकों में से 5 मौजूदा विधायक हैं. गुजरात विधानसभा में कांग्रेस की अकेली महिला प्रतिनिधि जेनीबेन ठाकोर होंगी, जो वाव से मौजूदा विधायक हैं, और इस बार भी जीती हैं.

गोविंद परमार नए सदन में सबसे पुराने सदस्य होंगे

नई विधानसभा में एकमात्र मुस्लिम प्रतिनिधित्व मौजूदा कांग्रेस विधायक इमरान खेड़ावाला होंगे, जिन्हें 13,600 मतों के अंतर से फिर से चुना गया है. नए सदन में 2022 का चुनाव लड़ने वाले दो सबसे अमीर उम्मीदवार भी होंगे. जेएस पटेल ने 661 करोड़ रुपये की घोषित संपत्ति के साथ मनसा से भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की, जबकि पूर्व कांग्रेसी, बलवंतसिंह राजपूत- 372 करोड़ रुपये की घोषित संपत्ति के साथ- भगवा पार्टी के लिए सिद्धपुर जीते. 15वीं विधानसभा में हार्दिक पटेल जैसे विधायक भी होंगे, जिनके खिलाफ 22 आपराधिक मामले दर्ज हैं. हार्दिक वीरमगाम से बीजेपी के टिकट पर जीते हैं. भाजपा के टिकट पर उमरेठ निर्वाचन क्षेत्र से जीतने वाले गोविंद परमार (79) नए सदन में सबसे पुराने सदस्य होंगे.

गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में कुल 126 विधायकों ने दोबारा चुनाव लड़ा. मतदाताओं ने उनमें से 77 को फिर से चुना, जिनमें से 84 प्रतिशत भाजपा से हैं, जबकि 12 प्रतिशत कांग्रेस से हैं. बाकी लोगों में कांग्रेस के पूर्व विधायक धवलसिंह जाला शामिल हैं- जो टिकट से वंचित होने के बाद निर्दलीय के रूप में लड़े और बयाड सीट से जीते. कांधल जडेजा, जिन्हें एनसीपी ने इस बार कुटियाना से टिकट नहीं दिया था, समाजवादी पार्टी के टिकट पर लड़े और जीत गए. भाजपा ने 14वीं राज्य विधानसभा में अपने कुल 111 विधायकों में से 71 को इस बार टिकट दिया था; इस प्रकार, 64 प्रतिशत सीटिंग विधायकों को पार्टी ने इस बार चुनाव लड़ाया.

भाजपा के 71 में से 65 विधायक फिर से चुनाव जीते

इसकी तुलना में, कांग्रेस ने अपने 60 विधायकों में से 85 प्रतिशत (51 विधायक) को टिकट दिया था. 2017 के चुनाव में कांग्रेस के 77 विधायक चुने गए थे, लेकिन इनमें से 12 ने भाजपा का दामन थाम लिया था और बाकियों ने पार्टी व विधायकी से इस्तीफा दे दिया था. भाजपा के 71 में से 65 विधायक फिर से चुनाव जीतने में सफल रहे, जबकि कांग्रेस के केवल 10 सीटिंग विधायक ही जीत सके, क्योंकि आम आदमी पार्टी ने इनमें से कई मौजूदा विधायकों के वोट शेयर में कटौती की. भाजपा से निलंबित होने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले मधु श्रीवास्तव वडोदरा की वाघोडिया सीट से हार गए. इसी तरह, छोटू वसावा, जो 2017 में भारतीय ट्राइबल पार्टी के टिकट पर जीते थे, झगड़िया से निर्दलीय के रूप में हार गए.

पूर्व कैबिनेट मंत्री और पाटन जिले की चणास्मा सीट से मौजूदा बीजेपी विधायक दिलीप ठाकोर कांग्रेस के दिनेश ठाकोर से करीब 1,300 मतों के मामूली अंतर से हार गए. एक अन्य पूर्व कैबिनेट स्तर के मंत्री बाबू बोखिरिया पोरबंदर से कांग्रेस के अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी अर्जुन मोढवाडिया से हार गए. वीजापुर के विधायक रमन पटेल और खंभात के मौजूदा विधायक महेश रावल भी अपने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वियों से हार गए. आश्चर्यजनक परिणाम में, भावनगर जिले की गरियाधर सीट से 6 बार के विधायक केशु नकराणी आम आदमी पार्टी के सुधीर वघानी से हार गए. चुनाव हारने वाले 7 मौजूदा भाजपा विधायकों में राज्य के मंत्री कीर्तिसिंह वाघेला भी शामिल हैं. उन्हें बनासकांठा की कांकरेज सीट से गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर के भाई अमृतजी ठाकोर के हाथों हार मिली.