एलडीए ने गोमती नगर में 3 अवैध निर्माण सील, गुड़म्बा व सैरपुर में 5 अवैध प्लाटिंग ध्वस्त की

एलडीए ने गोमती नगर में 3 अवैध निर्माण सील, गुड़म्बा व सैरपुर में 5 अवैध प्लाटिंग ध्वस्त की

  • एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के निर्देश पर प्रवर्तन जोन-1, जोन-4 एवं जोन-5 की टीम ने की कार्रवाई

लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के निर्देश पर शहर में अवैध निर्माण व प्लाटिंग के खिलाफ लगातार चलाये जा रहे अभियान के क्रम में शुक्रवार को प्रवर्तन टीम ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की। इस दौरान गोमती नगर व गोमती नगर विस्तार में 3 अवैध निर्माण सील किये गये। वहीं, गुड़म्बा व सैरपुर में 5 अवैध प्लाटिंग पर बुलडोजर चलाया गया। जिसमें डेवलपर्स द्वारा स्थल पर विकसित की गयी सड़क, नाली, बाउन्ड्रीवॉल व स्टोर आदि को ध्वस्त कर दिया गया।

प्रवर्तन जोन-1 के जोनल अधिकारी देवांश त्रिवेदी ने बताया कि बद्रीनाथ तिवारी व अन्य द्वारा गोमती नगर के विनीत खण्ड में भूखण्ड संख्या-5/69 पर लगभग 200 वर्गमीटर क्षेत्रफल में अवैध रूप से व्यावसायिक निर्माण करवाया जा रहा था। इसी तरह अभय सिंह व अन्य द्वारा गोमती नगर विस्तार में भूखण्ड संख्या-5/64 पर लगभग 120 वर्गमीटर क्षेत्रफल मेें अवैध रूप से चार मंजिला भवन का निर्माण कराया जा रहा था। इसके अलावा हितेश खन्ना व अन्य द्वारा गोमती नगर विस्तार में भूखण्ड संख्या-5/483 पर लगभग 115 वर्गमीटर क्षेत्रफल में अवैध रूप से बिल्डिंग का निर्माण करवाया जा रहा था। इन तीनों अवैध निर्माणों को प्रवर्तन टीम द्वारा सील कर दिया गया।

प्रवर्तन जोन-4 की जोनल अधिकारी वन्दना पाण्डेय ने बताया कि नरेश तिवारी, अर्जुन अग्रवाल व अन्य द्वारा सैरपुर में लगभग 03 बीघा क्षेत्रफल में अवैध रूप से प्लाटिंग का कार्य किया जा रहा था। इसी तरह कौशल यादव व अन्य द्वारा सैरपुर में सैदापुर फौजी भट्ठे के पास लगभग 03 बीघा क्षेत्रफल में अनाधिकृत रूप से प्लाटिंग का कार्य करते हुए अवैध कालोनी विकसित की जा रही थी। प्राधिकरण से ले-आउट स्वीकृत कराये बिना की जा रही इन दोनों अवैध प्लाटिंग को प्रवर्तन टीम द्वारा ध्वस्त कर दिया गया।

प्रवर्तन जोन-5 के जोनल अधिकारी माधवेश कुमार ने बताया कि अतीक व अन्य द्वारा गुड़म्बा में कुर्सी रोड स्थित ग्राम-सीवां में लगभग 7,000 वर्गमीटर क्षेत्रफल, लल्लू बाबा व अन्य द्वारा लगभग 7,000 वर्गमीटर क्षेत्रफल तथा अबरार व अन्य द्वारा लगभग 7,000 वर्गमीटर क्षेत्रफल में अवैध रूप से प्लाटिंग का कार्य किया जा रहा था। प्राधिकरण से ले-आउट स्वीकृत कराये बिना की जा रही इन तीनों अवैध प्लाटिंग को प्रवर्तन टीम द्वारा ध्वस्त कर दिया गया।