नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण से लड़ने के लिये प्लान तैयार किया है। जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि पूसा कृषि संस्थान की ओर से विकसित तकनीक का उपयोग कर प्रदूषण को मात देंगे।
निर्माण स्थलों पर धूल में कमी लाने की योजना है। दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने और आम जनता से इसमें सहयोग करने के लिये ग्रीन दिल्ली एप भी बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नई नीति के तहत अगर कोई एजेंसी एक पेड़ काटती है उसको 80 प्रतिशत पेड़ नहीं जगह लगाने पड़ेंगे।
अक्टूबर से धुआं शहर की ओर आता है
जानकारों के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में वायु की गुणवत्ता हर साल अक्टूबर से शुरू होती है। हवाएं धीमी हो जाती हैं, और पड़ोसी राज्यों में किसानों को फसल का ठूंठ जलना शुरू हो जाता है जिससे धुआं शहर की ओर जाता है। जानकार यह भी बताते हैं कि पंजाब, हरियाणा, साथ ही उत्तर प्रदेश से सटे पंजाब में पराली जलते देखा गया है और समय के साथ ये बढ़ रहा है। ऐसी स्थितियां जो दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की वायु गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं। इस क्षेत्र में हवाएं मुख्य रूप से इस समय उत्तर पश्चिम से आती हैं।