नई दिल्ली। रसोई में इस्तेमाल होने वाला लहसुन सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाने तक सीमित नहीं है, बल्कि सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं माना जाता। आमतौर पर लोग लहसुन को मसाले के तौर पर इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इसके औषधीय गुण जान लें तो शायद इसे रोज़मर्रा के आहार का अहम हिस्सा बना लें। लहसुन में मौजूद पोषक तत्व और एंटी-माइक्रोबियल गुण शरीर को कई गंभीर बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं।
राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय, नगर बलिया के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र यादव के अनुसार, लहसुन प्राचीन काल से ही साग-सब्जी और मसाले के रूप में उपयोग किया जाता रहा है। आयुर्वेद में इसे एक प्रभावशाली औषधि माना गया है। आज के दौर में कम उम्र के लोगों में भी बढ़ते कोलेस्ट्रॉल की समस्या देखने को मिल रही है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में लहसुन का नियमित सेवन बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।
कोलेस्ट्रॉल और बीपी में राहत
लहसुन में मौजूद एलिसिन नामक तत्व खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से ब्लड प्रेशर पर दबाव पड़ता है, जिससे बीपी की समस्या होती है। ऐसे में लहसुन का सेवन ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में सहायक माना जाता है।
वायरल और इंफेक्शन में कारगर
लहसुन में एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। यह सर्दी-खांसी, जुकाम, बुखार और छाती में होने वाले संक्रमण को कम करने में असरदार है।
दिल को रखे मजबूत
लहसुन खून को पतला करने में मदद करता है, जिससे ब्लड क्लॉट बनने की संभावना कम होती है। रोजाना सीमित मात्रा में लहसुन खाने से हार्ट अटैक का खतरा घट सकता है।
दर्द और सूजन में आराम
लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो आर्थराइटिस जैसी बीमारियों में होने वाली सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। लंबे समय तक सेवन से इसके लक्षणों में भी धीरे-धीरे सुधार देखा जा सकता है।
लहसुन इस्तेमाल करने के देसी तरीके
- काढ़ा बनाकर: बिना छीले लहसुन को पानी में धीमी आंच पर उबालकर चाय की तरह पीने से ज्यादा लाभ मिलता है।
- तेल में पकाकर: सरसों के तेल में छिलके सहित लहसुन पकाकर उससे मालिश करने से पुराने दर्द में राहत मिलती है। यह तेल बालों और त्वचा के लिए भी फायदेमंद माना जाता है।
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