नई दिल्ली । महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विस के शेयर आज 7.9 प्रतिशत गिर गए और यह 256 रुपए पर बीएसई में मंगलवार को आकर रुके। यह नतीजे तब आए हैं, जब कंपनी ने वित्तीय धोखाधड़ी के कारण बोर्ड की रिव्यू मीटिंग और वित्तीय वर्षीय के नतीजों जारी करने को लेकर इसे स्थगित कर दिया।
चौथी तिमाही के खत्म होने पर 31, मार्च 2024 को पता चला, सोमवार को महिंद्रा फाइनेंशियल ने ये बताया कि वित्तीय फ्रॉड होने की बात सामने आई। इस फ्रॉड के बारे में कंपनी की उत्तर-पूर्वी ब्रांच में सामने आई है और यह माना गया है कि कंपनी के व्हीकल लोन में यह घपला हुआ।
यह धोखाधड़ी फ्रॉड केवाईसी डॉक्यूमेंट के जरिए हुई, मैनेजमेंट के मुताबिक, मामले की जांच अंतिम चरण में है। कंपनी ने अनुमान लगाया है कि फ्रॉड से बीते वित्तीय वर्ष में उन्हें 150 करोड़ रुपए से कम का नुकसान हो सकता है। अभी जांच जारी है और जरूरी कदम पहचान को लेकर उठाए जा रहे हैं, जिसमें संशोधन कर उसे सुधारा जा सके, इसमें कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है।
आज क्या है मार्केट में रुख : इसके आगे कंपनी की बोर्ड की मीटिंग में ये निर्णय लिया गया है कि चौथी और आखिरी तिमाही के नतीजे अभी कुछ दिनों बाद जारी किए जाएंगे। सुबह 10:02 बजे कंपनी के शेयर 4.07 फीसदी की गिरावट के साथ 267.50 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। बीएसई पर कंपनी के कुल 4,23,887 शेयरों में बदलाव हुआ।
पिछले एक महीने में कंपनी के शेयरों में 2.7 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि पिछले छह महीनों में इसने 2.3 फीसदी का रिटर्न दिया है। NBFC का स्टॉक फिलहाल 12.17 गुना के प्राइस टू अर्निंग मल्टीपल पर कारोबार कर रहा है। कंपनी ने क्रेडिट लागत में उल्लेखनीय वृद्धि के कारण अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में शुद्ध लाभ में साल-दर-साल 12 प्रतिशत की कमी दर्ज की और यह 553 करोड़ रुपये हो गया।
FY23 की तीसरी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 629 करोड़ रुपये था। हालांकि, क्रमिक रूप से, वित्त-वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में लाभ में 235 करोड़ रुपये से 135 प्रतिशत की वृद्धि हुई। एनबीएफसी की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) 10 प्रतिशत बढ़कर 1,815 करोड़ रुपये हो गई, जबकि संवितरण एक साल पहले की तुलना में 7 प्रतिशत बढ़कर 15,436 करोड़ रुपये हो गया।