कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव होने से पहले कांग्रेस वर्किंग कमेटी यानी CWC चुनाव की भी घोषणा हो गई है। बता दें कि 75 साल में CWC का चुनाव तीसरी बार हो रहा है। वहीं CWC चुनाव की चर्चा इसलिए भी है कि क्योंकि सोनिया गांधी के 24 साल के नेतृत्व में पार्टी में पहली बार यह चुनाव होगा।
कांग्रेस सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने इस बारे में बताया कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी के 23 सदस्यों में से 12 सदस्यों का चुनाव होगा। जिसमें 11 सदस्यों को नामित किया जाएगा। वहीं अगर CWC की चुनी जाने वाली सीटों पर उम्मीदवारों की संख्या 12 से ज्यादा होती है तो फिर चुनाव कराए जाएंगे।
दरअसल CWC की 12 सीटों पर चुनाव को लेकर पार्टी में जी-23 ग्रुप के नेता भी मांग कर चुके हैं। माना जा रहा है कि आलाकमान कई दिगग्ज नेताओं के पार्टी छोड़ने के बाद पार्टी में CWC चुनाव करा रही है। पार्टी छोड़ने वालों में पूर्व कांग्रेसी नेता गुलाब नबी आजाद, कपिल सिब्बल और अश्विनी कुमार जैसे नेता शामिल हैं।
बता दें कि दिसंबर 1920 में बनी वर्किंग कमेटी यानी CWC कांग्रेस में टॉप एग्जीक्यूटिव बॉडी है। इस बॉडी के पास पार्टी के संविधान के नियमों का स्वरूप तय करने और उसे लागू करने का अंतिम अधिकार होता है। इस बॉडी में 25 सदस्य होते हैं। पार्टी का अध्यक्ष भी इसका सदस्य होता है। वहीं 25 सीटों में से 12 सदस्यों का चुनाव AICC के सदस्यों द्वारा होता है। बाकी बचे हुए सदस्यों को कांग्रेस अध्यक्ष नॉमिनेट करते हैं।
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गौरतलब है कि CWC के पास ही कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव कराने की जिम्मेदारी होती है। पार्टी में यह इंटर्नल बॉडी चुनाव, नामांकन और नाम वापसी की तारीख का ऐलान करती है। इस अथॉरिटी में 3 से 5 सदस्य होते हैं। मौजूदा समय मे कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री इसके चेयरमैन हैं। मालूम हो कि 75 सालों में कांग्रेस में CWC में सिर्फ 2 बार(1992 और 1997) ही चुनाव हुआ है। इन दोनों चुनावों में नेहरू-गांधी परिवार से बाहर का शख्स सत्ता में था।