बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मनी लॉन्ड्रिंग और लोगों से धोखाधड़ी करने के आरोप में फंसे तृणमूल कांग्रेस के पूर्व सांसद केडी सिंह पर ईडी ने तगड़ा शिकंजा कसा है। दरअसल, दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने केडी सिंह के खिलाफ ईडी की ओर से दायर चार्जशीट पर संज्ञान ले लिया है। स्पेशल जज गीतांजलि गोयल ने केडी सिंह को 6 अप्रैल को पेश होने का आदेश दिया।
ईडी ने केडी सिंह के घर से बरामद किये थे साक्ष्य
केडी सिंह को ईडी ने 12 जनवरी की रात में गिरफ्तार किया था। ईडी की ओर से वकील एनके माटा ने कहा था बैंक स्टेटमेंट से पता चलता है कि केडी सिंह ने अपनी दूसरी कंपनियों में पैसे डाले। सितंबर 2019 में ईडी ने अलकेमिस्ट ग्रुप के 14 कंपनियों के ठिकानों पर छापा मारा था। अलकेमिस्ट ग्रुप केडी सिंह के पुत्र करनदीप सिंह चलाते हैं।
छापे के दौरान ईडी ने जो दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य बरामद किए गए थे, उनसे संदेहास्पद लेन-देन का पता चला। दिल्ली में केडी सिंह के आवास पर छापे के दौरान 32 लाख रुपये नकदी और दस हजार डॉलर की विदेशी मुद्रा बरामद की गई थी। कोलकाता पुलिस की ओर से केडी सिंह के खिलाफ दर्ज एफआईआर के आधार पर ईडी ने 2018 में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच शुरू की थी।
यह भी पढ़ें: निकिता हत्याकांड: अदालत ने आरोपियों को दी सख्त सजा, तौशीफ-रेहान को हुई उम्रकैद
केडी सिंह और उनके बेटे पर आरोप है कि उन्होंने अलकेमिस्ट टाउनशिप इंडिया लिमिटेड और दूसरी सहयोगी कंपनियों के नाम पर हजारों लोगों के साथ धोखाधड़ी की। इन कंपनियों में निवेश के नाम पर लोगों से बड़ी मात्रा में धन ऐंठा गया। लोगों से कहा गया कि उनके निवेश से प्लॉट और फ्लैट बुक किए जाएंगे और बदले में उन्हें अच्छा रिटर्न मिलेगा। इन कंपनियों के नाम पर जो रकम लोगों से ऐंठी गई उसे दूसरी कंपनियों में डाल दिया गया।