लखनऊ, 30 मार्च । किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. सूर्यकान्त को देश के प्रतिष्ठित वल्लभ भाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट दिल्ली में सम्मानित किया गया है । पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट देश का प्रतिष्ठित एलर्जी एवं चेस्ट रोग सम्बन्धी संस्थान है । इसी संस्थान ने डा. सूर्यकान्त को इण्डियन कालेज ऑफ एलर्जी, अस्थमा एवं एप्लाइड इम्युनोलॉजी के फाउन्डेशन लेक्चर अवार्ड से सम्मानित किया गया। ज्ञात रहे कि डा. सूर्यकान्त को यह सम्मान एलर्जी एवं अस्थमा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यो के लिए प्रदान किया गया है । डा. सूर्यकान्त को यह सम्मान इण्डियन कालेज ऑफ एलर्जी, अस्थमा एवं एप्लाइड इम्युनोलॉजी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. एस.एन. गौड, सचिव डा. ए.बी. सिंह व पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट के गवर्निंग बाडी के चेयरमैन डा. वी.एस. चौहान तथा निदेशक डा. राजकुमार द्वारा प्रदान किया गया। ज्ञात रहे कि यह प्रतिष्ठित व्याख्यान डा. सूर्यकान्त ने इण्डियन कालेज ऑफ एलर्जी, अस्थमा एवं एप्लाइड इम्युनोलॉजी के राष्ट्रीय अधिवेशन वर्चुल प्लेटफार्म पर दिया था, जिसका सम्मान कार्यक्रम हाल ही में पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट में सम्पन्न हुआ।
डा. सूर्यकान्त को अब तक चिकित्सकीय, शैक्षिक, रिसर्च, हिन्दी भाषा व सामाजिक सेवा कार्यों के लिए लगभग 155 से अधिक पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। डा. सूर्यकान्त को पहले भी अमेरिकन कॉलेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन, ट्यूबरकुलोसिस एसोसिएशन ऑफ इण्डिया, इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन, इण्डियन चेस्ट सोसाइटी, नेशनल कालेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन आदि संस्थाओं द्वारा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 19 फेलोशिप सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें उ० प्र० सरकार द्वारा विज्ञान गौरव अवार्ड ( विज्ञान के क्षेत्र में उप्र का सर्वोच्च पुरस्कार और राज्य हिन्दी संस्थान द्वारा विश्वविद्यालय स्तरीय हिन्दी सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है।
इसके अलावा वह चिकित्सा विज्ञान सम्बंधित विषयों पर 18 किताबें भी लिख चुके हैं तथा एलर्जी, अस्थमा, टी.बी. एवं कैंसर के क्षेत्र में उनके अब तक लगभग 710 शोध पत्र राष्ट्रीय एवं अर्न्तराष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके हैं। वह पिछले दो दशक से अधिक समय से अपने लेखों व वार्ताओं, टी.वी. व रेडियो के माध्यम से लोगो में एलर्जी, अस्थमा, टी.बी, कैंसर जैसी बीमारी से बचाव व उपचार के बारे में जागरूकता फैला रहे हैं । कोरोना काल में जनमानस को बीमारी के बारे में न्यूज चैनल, यूट्यूब , रेडियो एवं अखबार के द्वारा जागरूक कर उन्हें बचा रहें हैं । इसके साथ ही अपने संस्थान में कोरोना पीड़ितों को भी स्वस्थ कर जीवनदान दे रहें हैं। वाराणसी में डी.आर.डी. ओ द्वारा स्थापित पंडित राजन मिश्रा कोविड, हॉस्पिटल में कोविड मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधायें उपलब्ध कराये जाने के लिए उपलब्ध व्यवस्था का आकलन / संसाधनों / चिकित्सकीय सुविधाओं का आकलन कर एवं उसमें सुधार के लिए अपनी संस्तुति के लिए भी एक सदस्यीय टीम गठित कर डा. सूर्यकान्त को चुना गया था। इसके पूर्व भी उ प्र शासन द्वारा उनको कोविड से प्रभावित जनपदों जैसे- आगरा कानपुर, मेरठ की समीक्षा के लिये भेजा गया था ।