आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में घर बनवाते समय वास्तुशास्त्र के नियमों का पूरी तरह पालन नहीं हो पाता। ऐसे में घर बनवाते समय इस बात का भी पूरा ध्यान रखें कि आप अपना घर कहां बना रहे हैं। वास्तु शास्त्र के अंतर्गत कुछ ऐसे स्थानों या जगहों का जिक्र किया गया है, जहां पर कभी घर नहीं बनाना चाहिए। साथ ही घर में सुख शांति रहे इसके लिए भी कुछ बातों का ध्यान रखा जाना बहुत जरूरी है।

न बनाएं चौराहे पर घर
वास्तु के अनुसार चौराहे, तिराहे और चौक पर बनाए गए घर में वास्तुदोष माना जाता है। ऐसे में चौराहे या इसके बिल्कुल करीब घर नहीं बनवाना चाहिए। ऐसे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव होता है और घर में समस्याएं बनी रहती हैं।
गैरजरूरी सामान न रखें
घर के भीतर गैरजरूरी सामान रखने से बचें। अक्सर नए-नए सामान लेने के फेर में लोग घर को लगभग कबाड़ बना देते हैं। ज्यादा सामान रखने से घर के भीतर नकारात्मक ऊर्जा आती है।

सुनसान जगह पर न बनाएं
इसके अलावा वीरान जगह पर मसलन शहर या गांव से बाहर, शोर-शराबे और अवैध गतिविधियों वाली जगह पर घर नहीं बनाना चाहिए। गली या सड़क जहां खत्म होती है, उसके अंतिम प्लॉट पर भी मकान नहीं बनाना चाहिए।
पुरानी लकड़ी का इस्तेमाल न हो
कहते हैं कि घर बनवाते समय पुरानी लकड़ी, ईंटों या शीशे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इस तरह के कबाड़ कभी भी अपने घर के किसी कोने में न रखें।
इस दिशा में हों सीढ़ियां
वास्तु के अनुसार घर में बनवाई जाने वाली सीढ़ियों के लिए दक्षिण, पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम दिशा शुभ होती है। उत्तर-पूर्व या फिर ईशान कोण में बनी सीढ़ियों का वास्तुदोष आर्थिक नुकसान, बीमारी और तमाम तरह की अड़चनें लाता है। वहीं घर के बीच की जगह यानी ब्रह्म स्थान हमेशा खाली रखें।
प्रवेश द्वार पर न रखें झाड़ू
झाड़ू को कभी भी घर के प्रवेश द्वार पर न रखें। इससे क्लेश और दरिद्रता आती है। झाड़ू को खड़ा रखने की बजाए सुलाकर या आड़ा करके रखें।
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कांटेदार पौधे न लगाएं
गार्डनिंग का शौक है तो जरा ध्यान दें कि कहीं आपने इनडोर प्लांट्स के तौर पर कैक्टस या कांटेदार पौधे तो नहीं लगा रखे! इस तरह के पौधे रिश्तों में कड़वाहट लाते हैं। इन्हें किसी छायादार जगह पर लेकिन घर के बाहर रख दें।
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