नहीं कर रहे हैं कोविड-19 के नियमों का पालन, महासंघ ने दी घेराव की चेतावनी
लखनऊ। तीन सितंबर दिन बुधवार जवाहर भवन स्थित ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के निदेशक बृजेंद्र कुमार द्वारा इस भयानक महामारी के दौर में कर्मचारियों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है उनके द्वारा आज तक कोविड-19 की गाइड लाइन के मुख्य सचिव के द्वारा जारी किया गए आदेशों के कर्म में आज तक विभाग में रोस्टर सिस्टम लागू नही किया गया है।
जवाहर भवन इंदिरा भवन कर्मचारी महासंघ के द्वारा अनुरोध किए जाने के बावजूद भी अभी तक विभाग में रोस्टर सिस्टम लागू नहीं किया गया है।
महासंघ के अध्यक्ष सतीश कुमार पाण्डेय ने बताया की निदेशक द्वारा बड़े ही मनमाने ढंग से काम किया जा रहा है तथा महासंघ के अनुरोध किए जाने के बावजूद अभी तक ग्रामीण अभियंत्रण विभाग में रोस्टर सिस्टम लागू नहीं किया गया जिससे वहां काम कर रहे हैं मंत्रियों एवं अधिकारियों का जीवन किसी भी समय संकट में पड़ सकता है क्योंकि जवाहर भवन एवं इंदिरा भवन में लगातार कोविड मरीजों की संख्या बढ़ रही है किंतु निदेशक बिल्कुल भी गंभीर नहीं है।
श्री पाण्डेय ने यह भी बताया की निदेशक ग्रामीण अभियंत्रण प्रत्येक अवकाश के दिनों में भी कार्यालय खुला कर बैठते हैं तथा देर रात तक बैठते हैं इसके कारण उनसे संबद्ध कर्मचारियों को भी बैठने के लिए मजबूर होना पड़ता है इससे कर्मचारियों पर इस महामारी के दौर में मानसिक दबाव पड़ रहा है।
महासंघ के महामंत्री सुशील कुमार बच्चा ने बताया कि इस विभाग में 10 कर्मचारी करोना रोग से संक्रमित हो चुके हैं फिर भी निदेशक की आंखें नहीं खुल रही हैं जिससे ऐसे ही अधिकारियों के द्वारा सरकार की छवि धूमिल की जा रही है।
श्री पांडे एवं श्री बच्चा ने निदेशक को पुनः पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि रोस्टर सिस्टम लागू करें तथा कार्यालय अवधि के बाद और अवकाश में कार्यालय ना खुलवाएं। पत्र की प्रतिलिपि ग्रामीण अभियंत्रण विभाग मंत्री श्री बृजेश पाठक को भी प्रेषित करते हुए मांग की है की ऐसे निर्देशक के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। श्री पांडे व श्री बच्चा ने चेतावनी दी है कि यदि निदेशक मनमाने तरीके से इसी प्रकार कर्मचारियों का उत्पीड़न करते रहेंगे तो उनके विरोध में किसी भी समय संघर्ष प्रारंभ कर दिया जाएगा।जिसमें धरना ,प्रदर्शन एवं घेराव भी शामिल है।