वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद के बाद मथुरा के विवादित ईदगाह मस्जिद का मामला गरमा गया है. मंगलवार को ईदगाह के कैंपस को सील करने की याचिका दायर की गई. हिंदू याचिकाकर्ताओं का कहना है कि अगर कैंपस को सील नहीं किया गया तो गर्भगृह और अन्य पुरातात्विक मंदिर के अवशेष क्षतिग्रस्त या हटाए जा सकते हैं. इससे पहले ईदगाह में हिंदू मंदिर के निशानों की ‘पुष्टि’ के लिए एडवोकेट कमिश्नर की जल्द नियुक्ति के लिए मथुरा की अदालत में शुक्रवार को दो याचिकाएं दायर की गईं थीं.
हिंदू याचिकाकर्ताओं ने अपनी मांग में कहा कि ज्ञानवापी मामले में जिस तरह से हिंदू शिवलिंग के अवशेष मिले हैं, उससे साफ हो गया है कि मुस्लिम पक्ष इसके विरोध में रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी ही कुछ स्थिति श्रीकृष्ण जन्मभूमि की भी है, उन्होंने दावा किया कि असली गर्भगृह से कुछ चीजों को मिटा दिया गया है जबकि कुछ चीजे अभी भी बाकी हैं.
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गौरतलब है कि यह मामला इलाहाबाद उच्च न्यायालय के समक्ष भी पेश किया गया था.हाई कोर्ट के जस्टिस सलिल कुमार राय ने मनीष यादव की याचिका को निस्तारित करते हुए संबंधित निचली अदालत को निर्देश दिए थे कि वह अस्थाई निषेधाज्ञा याचिका के साथ-साथ श्री कृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह मस्जिद विवाद से संबंधित सभी लंबित मुद्दों को एक साथ जोड़ने संबंधी याचिका पर चार महीने के अंदर फैसला दे.