देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले से बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। पीपलकोटी क्षेत्र में चल रहे टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (THDC) के हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट की सुरंग के भीतर बड़ा हादसा हो गया। मजदूरों को लाने-ले जाने वाली दो लोको ट्रेनें आपस में टकरा गईं, जिसमें करीब 70 मजदूर घायल हो गए।

यह हादसा मंगलवार रात करीब 10 बजे उस समय हुआ, जब मजदूरों की शिफ्ट बदली जा रही थी। बताया जा रहा है कि दोनों ट्रेनों में कुल 108 मजदूर सवार थे।
इंडियन रेलवे से कोई संबंध नहीं
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस हादसे का इंडियन रेलवे से कोई लेना-देना नहीं है। ये कोई यात्री या मालगाड़ी नहीं थीं, बल्कि हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में इस्तेमाल होने वाली लोकल ट्रॉली/लोको ट्रेनें थीं, जिनका उपयोग मजदूरों के ट्रांसपोर्टेशन के लिए किया जाता है।
तकनीकी खराबी बनी हादसे की वजह
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि तकनीकी खराबी के चलते एक लोको ट्रेन ने पीछे से दूसरी ट्रेन को टक्कर मार दी। सुरंग के अंदर अंधेरा होने के कारण मजदूर संभल नहीं पाए और कई लोग ट्रेन के भीतर ही गिर पड़े। टक्कर के बाद सुरंग में चीख-पुकार और अफरा-तफरी मच गई।
गोपेश्वर जिला अस्पताल में भर्ती घायल
घटना की सूचना मिलते ही प्रोजेक्ट प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया। घायलों को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया।
- 42 मजदूरों का इलाज जिला अस्पताल गोपेश्वर में चल रहा है
- 17 मजदूर पीपलकोटी अस्पताल में भर्ती
डॉक्टरों के अनुसार अधिकांश मजदूरों को हल्की चोटें आई हैं, जबकि कुछ को गंभीर चोटों के चलते विशेष निगरानी में रखा गया है।
झारखंड और ओडिशा के रहने वाले हैं मजदूर
हादसे की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी गौरव कुमार और पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पंवार जिला अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल जाना। अधिकारियों ने डॉक्टरों को बेहतर इलाज के निर्देश दिए। घायल मजदूरों में अधिकांश झारखंड और ओडिशा के निवासी बताए जा रहे हैं। परिजनों को भी सूचना दी जा रही है।
THDC के विष्णुगाड़-पीपलकोटी प्रोजेक्ट में हुआ हादसा
यह दुर्घटना THDC के विष्णुगाड़-पीपलकोटी हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट की टनल के अंदर हुई है। प्रशासन की ओर से हादसे की विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
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