फरमान: ‘महिलाएं बिना बुर्का के बाहर निकलीं तो पिता को भेजेंगे जेल…’

काबुल: अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान (Taliban News) ने अपना असली चेहरा दिखाना शुरू कर दिया है। महिलाओं के सम्मान, नौकरी की आजादी की बात करने वाला तालिबान अब नए-नए प्रतिबंधों (News about burqa Taliban and women) को लागू कर रहा है। एक तुगलकी फरमान में तालिबान ने कहा है कि देश में अब महिलाओं को अपना चेहरा ढंकना (Taliban Burqa Rules) अनिवार्य होगा।

यह आदेश तालिबान के सुप्रीम लीडर हैबतुल्लाह अखुंदजादा (News About Hibatullah Akhundzada) ने जारी किया है। ऐसे में यह साफ हो गया है कि तालिबान का खुद को बदलने का दावा बस एक छलावा था। इससे पहले भी तालिबान ने अफगानिस्तान के विश्वविद्यालयों में लड़के और लड़कियों की एक साथ पढ़ाई पर प्रतिबंध लगा दिया था। यहां तक कि महिलाओं के घरों से अकेले सफर करने पर भी कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं।

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अखुंदजादा के आदेश पर तालिबान ने जारी किया बयान

तालिबान प्रमुख हैबतुल्लाह अखुंदजादा के कहने पर इस आदेश को काबुल में इस्लामिक अमीरात के अधिकारियों ने सार्वजनिक किया है। इस आदेश में अखुंदजादा ने कहा है कि महिलाओं को ‘चदोरी’ (सिर से पैर तक बुर्का) पहनना चाहिए क्योंकि यह पारंपरिक और सम्मानजनक है, हालांकि यह फरमान नया नहीं है। पिछले साल अगस्त में अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होने के बाद से ही तालिबान महिलाओं को खुद को ढंकने के लिए मजबूर कर रहा है। इससे पहले भी तालिबान की धार्मिक पुलिस ने राजधानी काबुल में पोस्टर लगाकर महिलाओं को बुर्का पहनने का आदेश दिया था।