गुजरात में एक बार फिर से कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है। पिछले दो दिन में अहमदाबाद के भारतीय प्रबंधन संस्थान परिसर में 40 लोग कोराना संक्रमित मिले हैं। इनसे से दो शिक्षक और अन्य छात्र हैं। कोरोना संक्रमण गुरुवार को राज्य में अब तक सबसे अधिक कोरोना के मामले दर्ज किए गए है, जबकि इस दौरान सात लोगों की कोरोना से मौत हुई है।

कोरोना की जद में आए पांच छात्र गए थे भारत-इंग्लैंड का देखने
दरअसल, शहर में दीपावली के बाद से कुछ छूट मिलने पर लोगों का लापरवाही बरतना और मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारत-इंग्लैंड का मैच कराना शहरवासियों को भारी पड़ता दिख रहा है।
अहमदाबाद नगर निगम के उप स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहुल आचार्य ने बताया कि भारतीय प्रबंधन संस्थान के 6 छात्र 12 मार्च को नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए भारत-इंग्लैंड का क्रिकेट मैच को देखने गए थे। इनमें से 5 छात्र कोरोना संक्रमित हो गए।
आचार्य ने बताया कि छात्रों ने 16 मार्च को एक निजी प्रयोगशाला में टेस्ट कराया लेकिन उन्होंने अपने पता गलत लिखाया। पांचों छात्रों ने कोरोना पॉजिटिव होने की बात छिपा गए। जिससे भारतीय प्रबंधन संस्थान परिसर के 23 अन्य लोग भी संक्रमित हो गए। इसमें 22 छात्र और एक प्रोफेसर शामिल थे।
इस घटना के बाद आईआईएम के पुराने और नए परिसरों में सघन टेस्ट कराया गया तो 17 अन्य लोग भी कोरोना संक्रमित निकले। एक सप्ताह में आईआईएम के 40 लोग कोरोना संक्रमित हुए। इनमें आईआईएम के दो प्रोफेसर भी शामिल हैं।
इस लापरवाही पर आज कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मनीष दोषी ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के परिसर में इस तरह की परिस्थितियां बनीं।
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कांग्रेस ने मांग की कि अहमदाबाद सहित गुजरात में अंतरराष्ट्रीय परिसर या संस्थानों में सभी का टेस्ट किया जाए। आईआईएम में इस तरह की लापरवाही की भी जांच होनी चाहिए। नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से कोरोना संक्रमण में वृद्धि हुई है और साथ ही परिसर के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
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