कांग्रेस के लिए स्थितियां सामान्य होते दिखाई नहीं दे रही हैं। कांग्रेस के नेता लगातार पार्टी छोड़ते दिखाई दे रहे हैं। इन सबके बीच कांग्रेस को आज एक और बड़ा झटका लगा है। युवा नेता जयवीर शेरगिल ने पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है। इसको लेकर उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में साफ तौर पर उन्होंने कई बड़े आरोप लगा दिए हैं। अपने पत्र में जयवीर शेरगिल ने लिखा कि मुझे यह कहते हुए दुख होता है कि निर्णय लेना अब जनता और देश के हितों के लिए नहीं है, बल्कि यह उन लोगों के स्वार्थी हितों से प्रभावित है जो चापलूसी में लिप्त हैं और लगातार ज़मीनी हकीकत की अनदेखी करते हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वर्तमान निर्णय निर्माताओं की विचारधारा और दूरदृष्टि अब युवाओं और आधुनिक भारत की आकांक्षाओं के अनुरूप नहीं है। यह कुछ ऐसा है जिसे 1 नैतिक रूप से स्वीकार नहीं कर सकता है या इसके साथ काम करना जारी नहीं रख सकता है। हालांकि, पार्टी के साथ मेरे जुड़ाव के दौरान पार्टी ने मुझे जो अवसर दिए हैं, उसके लिए मैं हमेशा ऋणी रहूंगा।
आपको बता दें कि इससे पहले हिमाचल प्रदेश के स्क्रीनिंग कमेटी से आनंद शर्मा ने इस्तीफा दे दिया था। आनंद शर्मा पार्टी के बड़े नेताओं में से एक हैं। वहीं गुलाम नबी आजाद ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। पहले लगातार टीवी डिबेट में शामिल होने वाले जयवीर शेरगिल को पार्टी के तेजतर्रार प्रवक्ता के तौर पर जाना जाता है। लंबे समय से वकालत भी करते आए हैं। इसके साथ ही वह पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए कानूनी सहायता प्रदान करने का भी काम किया करते थे। खुद की अनदेखी से वह काफी नाराज चल रहे थे। यही कारण है कि उन्होंने आज अपना इस्तीफा दे दिया है।
तेजस्वी बोले- जहां भाजपा की सत्ता नहीं, वहां भेज देती है तीन जमाई- ईडी, सीबीआई और आईटी
कांग्रेस फिलहाल महंगाई के खिलाफ सरकार को घेरने की कोशिश में है। यही कारण है कि कांग्रेस की ओर से 4 सितंबर को महंगाई के खिलाफ हल्ला बोल रैली बुलाई गई है। लेकिन ऐसा लगता है कि कहीं ना कहीं कांग्रेस के नेता जिस तरीके से पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, उससे उसे काफी नुकसान हो सकता है। कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा भी निकाल रही है। लेकिन खुद पार्टी के नेता लगातार पार्टी का दामन छोड़ के जा रहे हैं। आज ही आनंद शर्मा ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए पार्टी के अंदर जारी गुटबाजी पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि अगर हमें पार्टी को बढ़ाना है और एकजुट रखना है तो हमें गुटबाजी से आगे निकलना होगा।