कानपुर में कभी रहता था कांग्रेस का कब्जा, पिछले चुनाव में 10 में सात सीटों पर भाजपा ने दर्ज की थी जीत

उत्तर प्रदेश में हो रहे विधान सभा चुनाव के तीसरे चरण के तहत 20 फरवरी को मतदान होने जा रहा है। यहां विगत कुछ दशकों से हर विधान सभा चुनाव में तस्वीर बदलती है। हालांकि एक समय था कि यहां की सभी सीटों पर कांग्रेस का कब्जा हुआ करता था। अगर पिछले विधान सभा चुनाव की बात करें तो एक सीट पर कांग्रेस, दो सीट पर सपा और सात सीट पर भाजपा का कब्जा रहा। अब देखना होगा कि रविवार को होने वाले मतदान में जनता किस पार्टी को अबकी बार सत्ता तक पहुंचाती है।

कानपुर की दस विधानसभाओं के प्रतिनिधि प्रदेश की सरकार को चलाने में अच्छा खासा दखल भी रखते है। साल 1989 से पूर्व नगर की सीटों की संख्या तो इतनी नहीं थी, लेकिन यहां की सीटों पर कभी कांग्रेस का कब्जा रहता था। मण्डल- कमण्डल और राम मन्दिर आन्दोलन के बाद से यहां की विधानसभाओं की तस्वी्र ही बदल कर रख दी थी। बीते साल 2017 में सम्पन्न हुए विधानसभा के चुनाव में 10 में 7 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी परचम लहराते हुए सभी को आश्चवर्य चकित कर दिया था, जबकि दो पर समाजवादी पार्टी और एक पर कांग्रेस के प्रत्याशी ने जीत हासिल की थी। इससे पहले 2012 में इन 10 में से पांच सीट पर समाजवादी पार्टी, चार पर भारतीय जनता पार्टी और एक पर कांग्रेस का कब्जा था। नगर की दस विधानसभा सीटों पर दो पर बड़ा ही दिलचस्प और तगड़ा चुनावी माहौल देखने को मिल रहा है। बिल्हौंर सीट से भाजपा के विधायक भगवती प्रसाद सागर पार्टी छोड सपा के खेमे से अपना भाग्य अब घाटमपुर सीट से आजमा रहे हैं तो वहीं किदवई नगर में विवादास्पद विधायक महेश त्रिवेदी यह सीट जीतने के लिए सभी प्रकार के हथकण्डे दिखा रहे हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस के कद्दावर नेता व पूर्व विधायक अजय कपूर से है।

विधानसभा क्षेत्रवार कुल मतदाताओं की संख्या

बिल्हौर 3,90,903

बिठूर 3,64,148

कल्याणपुर 3,49,567

गोविंदनगर 3,48,640

सीसामऊ 2,73,109

आर्यनगर 2,96,243

किदवई नगर 3,46,682

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छावनी 3,59,037

महाराजपुर 4,38,684

घाटमपुर 3,22,562