कांग्रेस के कश्मीर में तिरंगा फहराने की घोषणा के बीच केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि क्या राहुल गांधी ऐसे समय में घाटी में माहौल खराब करने जाना चाहते हैं जब जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35ए समाप्त होने के बाद हालात बेहतर हुए हैं और जम्मू-कश्मीर में रिकार्ड संख्या में पर्यटक आए हैं।

कश्मीर में कहीं भी फहरा सकते हैं तिरंगा
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को कहा कि आज जम्मू कश्मीर में कोई भी, कहीं भी तिरंगा फहरा सकता है। अब कोई रोक नहीं है क्योंकि नरेन्द्र मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 और 35ए को समाप्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में इस वर्ष रिकॉर्ड संख्या में 1.60 करोड़ पर्यटक आए हैं। देश के कोने-कोने से पर्यटक जम्मू-कश्मीर आ रहे हैं और वे वहां कहीं भी जा सकते हैं। आज वहां पथराव की घटनाएं नहीं हो रही हैं, आतंकवादी मारे जा रहे हैं। इससे पता चलता है कि जम्मू-कश्मीर में हालात सुधरे हैं।
अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी से पूछा सवाल
केंद्रीय मंत्री ने सवाल किया कि क्या राहुल गांधी वहां माहौल खराब करना चाहते हैं? क्या उनकी इच्छा वहां वातावरण खराब करने की है? भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने राहुल को 1992 में मुरली मनोहर जोशी और नरेन्द्र मोदी द्वारा ‘एकता यात्रा’ निकाले जाने तथा जम्मू कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने की घटना की याद दिलायी। उन्होंने कहा कि तब (1992 में) वहां आतंकवादी हमले, गोलीबारी की घटनाएं हो रही थीं और यात्रा का बहुत विरोध भी किया गया था और यह स्थिति तब थी जब कांग्रेस की सरकार थी।
ठाकुर ने याद दिलाई पुरानी बात
ठाकुर ने बताया कि 2011 में जब वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष थे, तब उन्होंने कोलकाता से कश्मीर तक तिरंगा यात्रा निकाली थी और यह केवल 11 वर्ष पुरानी बात है। तब केंद्र में कांग्रेस की ही गठबंधन सरकार थी और जम्मू कश्मीर में कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस की सरकार ने तिरंगा यात्रा का विरोध किया था। उन्होंने कहा, ‘मुझे, लोकसभा एवं राज्यसभा में प्रतिपक्ष के तत्कालीन नेताओं सुषमा स्वराज और अरुण जेटली को जेल में डाल दिया गया था।’
‘राहुल गांधी 370 खत्म करने के पक्ष में हैं या विरोध में‘
ठाकुर ने कहा कि तब जम्मू कश्मीर में तिरंगा फहराना मुश्किल था क्योंकि तब अनुच्छेद 370 और 35ए लागू था। लेकिन आज मोदी सरकार में जम्मू कश्मीर की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और वहां कोई भी तिरंगा फहरा सकता है। उन्होंने कहा, ‘मेरा तो इनसे सवाल है कि क्या वे अनुच्छेद 370 और 35ए खत्म करने पक्ष में हैं या विरोध में हैं? ये जम्मू कश्मीर में शांति के पक्ष में हैं या विरोध में।’
श्रीनगर में तिरंगा फहराने की योजना
ठाकुर ने पूछा कि राहुल गांधी अपना कौन एजेंडा लेकर जा रहे हैं और क्या वहां का शांतिपूर्ण माहौल खराब करना चाहते हैं? बता दें कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा सात सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। यह यात्रा अगले माह कश्मीर में संपन्न होगी। अब तब भारत जोड़ो यात्रा के 110 दिन हो चुके हैं और यह तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली से गुजर चुकी है। कांग्रेस पार्टी की इस यात्रा के समापन के अवसर पर श्रीनगर में तिरंगा फहराने की योजना है।
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