नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज दिल्ली दौरे पर हैं और इस दौरान वे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात कर सकती हैं। हालांकि इस मुलाकात से पहले ही उन्होंने कांग्रेस को करारा झटका दे दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद कीर्ति आजाद आज कांग्रेस का दामन छोड़कर तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ले सकते हैं। माना जा रहा है कि आज ममता बनर्जी की ही मौजूदगी में कीर्ति आजाद टीएमसी में शामिल हो सकते हैं।
ममता बनर्जी त्रिपुरा में बीजेपी और टीएमसी के बीच तनाव के बीच सोमवार शाम दिल्ली पहुंची, हालांकि ममता बनर्जी का यह दिल्ली दौरा पहले से प्रस्तावित था। ममता बनर्जी बीजेपी सांसद वरुण गांधी से भी मुलाकात कर सकती हैं। 24 नवंबर को ममता बनर्जी का पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने का कार्यक्रम है जिसके बाद वो 25 नवंबर को वापस लौट जाएंगी। दिल्ली दौरे को लेकर ममता बनर्जी ने कहा, ”मैं अपनी दिल्ली यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलूंगी। बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र के विस्तार का मुद्दा उठाऊंगी।”
बीजेपी से निलंबित होने के बाद साल 2019 में कीर्ति आजाद ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। कीर्ति आजाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पारंपरिक मैथिली पाग पहनाकर पार्टी में शामिल हुए थे। क्रिकेटर और बिहार के दरभंगा से सासंद रहे कीर्ति आजाद को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते बीजेपी से निलंबित कर दिया गया था। कीर्ति आजाद के पिता कांग्रेसी थे और शामिल होते हुए उन्होंने कहा था कि उनकी रगों में कांग्रेसी खून बहता है।
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क्यों हुए थे सस्पेंड?
कीर्ति आजाद को पार्टी से निलंबन की सजा अरुण जेटली से उलझने की वजह से मिली थी। कीर्ति आजाद और अरुण जेटली के बीच तनातनी की नींव साल 2009 में ही पड़ गई थी। जब अरुण जेटली डीडीसीए (दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ ) के अध्यक्ष थे उस वक्त कीर्ति आजाद ने डीडीसीए के सदस्यों पर अपने साथ मारपीट करने का आरोप लगा था। साल 2011-12 में अरुण जेटली से खार खाए बैठे कीर्ति ने डीडीसीए में वित्तीय अनियमितताओं को लेकर जेटली से सवाल किए और उनपर आरोप लगाए थे।