दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि पंजाब की शिक्षा व्यवस्था ठीक नहीं है। पंजाब के मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री अपने अच्छे स्कूलों की सूची प्रस्तुत करने में विफल रहे हैं।

सिसोदिया ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि पंजाब के शिक्षा मंत्री ने दिल्ली के बेहतर स्कूलों की सूची मांगी थी। जिसे उन्होंने उपलब्ध करा दिया लेकिन पंजाब की ओर से उनके स्कूलों की सूची नहीं आई। इससे पता चलता है कि पंजाब में शिक्षा क्षेत्र में कोई कार्य नहीं किया गया।
सिसोदिया ने कहा कि आज वह पंजाब के दौरे पर जा रहे हैं। वहां वो पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के विधानसभा में जाकर कुछ स्कूलों का जायजा लेंगे।
सिसोदिया ने कहा बीेते दिनों पंजाब के मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री ने दिल्ली सरकार के 250 स्कूलों की सूची मांगी थी जिसे केजरीवाल सरकार ने सुधारे थे। सिसोदिया ने कह कि उनकी ओर से स्कूलों की सूची दे दी गई लेकिन पंजाब सरकार अपने 250 स्कूलों की लिस्ट नहीं दे पाई है जहां पिछले पांच साल में उनकी सरकार ने शिक्षा में सुधार किए हैं।
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सिसोदिया ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस को भी पांच साल मिले थे। दिल्ली में आम आदमी पार्टी को भी पांच साल मिले थे। अगर दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पांच साल में शानदार पढ़ाई का वातावरण बन सकता है तो पंजाब में क्यों नही? पंजाब के लोग भी तो अपने बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा चाहते हैं।
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