बेंगलुरु के येलहंका वायुसेना स्टेशन पर एयरो इंडिया के दौरान 3-4 फरवरी को वायु सेना प्रमुख (सीएएस) कॉन्क्लेव होगा, जिसकी मेजबानी भारतीय वायु सेना करेगी। यह कॉन्क्लेव इस मामले में अनूठा होगा, जहां विभिन्न देशों के वायुसेना प्रमुख मंथन करेंगे और हवाई अंतरिक्ष रणनीति और तकनीकी विकास से संबंधित वर्तमान मुद्दों पर अपने विचारों का समन्वय करेंगे।
वायुसेना के प्रवक्ता ने बताया कि कोविड-19 को देखते हुए कॉन्क्लेव को हाइब्रिड रूप में डिजिटल मीडिया के व्यापक उपयोग के साथ योजना बनाई गई है। कॉन्क्लेव का उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 03 फरवरी को करेंगे। इसमें लगभग 75 देशों के वायु सेना प्रमुखों के भाग लेने की उम्मीद है। इस समय विश्व में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रमुख राष्ट्रों के साथ आने की आवश्यकता है, इसलिए यह एयर चीफ कॉन्क्लेव सैन्य विमानन, अंतरिक्ष अभियानों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बहुत आवश्यक मंच प्रदान करेगा। साथ ही एक दूसरे की एयरोस्पेस रणनीति और सर्वोत्तम प्रथाओं के बारे में सीखने का भी अवसर मिलेगा।
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उन्होंने कहा कि यह कॉन्क्लेव अन्य देशों के साथ कूटनीतिक रूप में काम करने के साथ भारत के रक्षा सहयोग का भी एक आदर्श उदाहरण होगा, जो वैश्विक आधार पर दोस्ती, आपसी विश्वास और क्षमताओं के सम्बन्ध निर्माण का मौका देगा। कॉन्क्लेव में रक्षा सहयोग में पारदर्शिता को बढ़ावा देने और सैन्य उड्डयन में साझा हितों के निर्माण पर फोकस होगा।