राजस्थान में बढ़ रहे रेप के आंकड़े पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा दिए गए बयान की भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी निंदा की है। गहलोत पर निशाना साधते हुए बीजेपी ने कहा कि मुख्यमंत्री का बयान महिलाओं के स्वाभिमान पर हमला है और यह कांग्रेस की मानसिकता को दिखाता है। बता दें कि गहलोत ने एक बयान में कहा था कि यह चिंता का विषय है कि यौन अपराधों के करीब 90 प्रतिशत मामलों में आरोपी एवं पीड़ित दोनों एक दूसरे के पूर्व परिचित होते हैं।
‘कांग्रेस की मानसिकता दिखाता है गहलोत का बयान’
बीजेपी हेडक्वॉर्टर में मीडिया से बात करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि NCRB के डेटा से यह दुखद तथ्य सामने आया है कि रेप के मामलों में कांग्रेस शासित राजस्थान देश मे पहले नंबर पर है, लेकिन महिलाओं के सम्मान से जुड़े इस मामले पर अशोक गहलोत ने जो बयान दिया है वो कांग्रेस की मानसिकता को दिखाता है। पात्रा ने कहा कि यह महिलाओं के स्वाभिमान और सशक्तिकरण को लेकर दिया गया बहुत ही असंवेदनशील बयान है।
‘क्या ऐसे महिलाएं अपनी लड़ाई लड़ पाएंगी?’
पात्रा ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने यह बयान दिया कि लड़की के अपने जानकर ही रेप करते हैं और 56 प्रतिशत मामले झूठे होते हैं। 56 प्रतिशत मामलों में लड़कियां झूठ बोलती हैं और ऐसी लड़कियों के खिलाफ वह कार्रवाई करेंगे। पात्रा ने कहा ‘दुष्कर्म पीड़िता के साथ खड़े होकर उनका मनोबल बढ़ाने के बदले एक मुख्यमंत्री इस तरह का बयान देकर उनका हौसला तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, क्या ऐसी हालत में महिलाएं राजस्थान के पुलिस थानों में जाकर रिपोर्ट दर्ज करवा पाएंगी? क्या महिलाएं अपनी लड़ाई लड़ पाएगी?’
‘राजस्थान में रेप के 48 फीसदी मामलों में सजा होती है’
पात्रा ने कहा कि गहलोत को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। वहीं, इससे पहले गहलोत ने शुक्रवार को कहा था कि NCRB 2021 की एक रिपोर्ट के बाद राजस्थान को ‘बदनाम’ करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में रेप के करीब 48 फीसदी मामलों में सजा होती है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह मात्र 28.6 फीसदी है। उन्होंने कहा कि यह देखने में आया है कि रेप के करीब 90 फीसदी मामलों में पीड़िता और आरोपी एक दूसरे के पूर्व परिचित होते हैं।