भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा द्वारा राजस्थान में बढते हुए अपराध, बिगडती कानून व्यवस्था, महिलाओं पर बढते अत्याचारों के विरोध में गहलोत सरकार के खिलाफ सोमवार को महिला मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष अलका मूंदडा के नेतृत्व में बीजेपी कार्यालय से लेकर सिविल लाईन फाटक तक पैदल मार्च करके विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन की शुरूआत प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां की उपस्थित में हुई। पूनियां ने महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे प्रदेशभर की बहनों की सुरक्षा एवं बिगडी कानून व्यवस्था को लेकर गहलोत सरकार को चेताने का कार्य करती रहे।
महिला मोर्चा ने लगाए गंभीर आरोप
महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष मूंदडा ने बताया कि गहलोत के शासन काल में महिला अपराधों में लगातार वृद्वि हो रही है। राज्य में महिलाएं सुरक्षित नही है जिसका उदाहरण है कि पिछले 6 महीनों में दुष्कर्म की वारदातों में 30 प्रतिशत की बढोतरी हुई है। अपराधी खुले घूम रहे है, गहलोत सरकार के द्वारा उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है जिसके कारण अपराधियों के हौसले बुलन्द है और राज्य की बहन-बेटियों को इसका खामियाजा बार-बार भुगतना पड रहा है। राजस्थान में महिलाएं ना अस्पताल में सुरक्षित, ना एम्बुलेस में, ना ही थानों मे, और ना ही सडकों पर सुरक्षित।
महिला मोर्चा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूजा कपिल मिश्रा ने कहा कि गहलोत सरकार में बहन-बेटियों में दहशत है और वह स्वयं को कही भी सुरक्षित महसूस नही करती, पूरे प्रदेश की महिलाओं में असुरक्षा का भाव है। मुख्यमंत्री गहलोत के पास गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी भी है, वे दोनो भूमिकाओं में प्रदेश की महिलाओं को सुरक्षा देने में पूर्णतः विफल है।
यह भी पढ़ें: आरोपी ने युवती के साथ किया दुराचार, मां ने पुलिस पर खड़े किये सवाल
मिश्रा ने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है, ऐसे मे मुख्यमंत्री गहलोत को अपने पद पर बने रहने का कोई हक नही है। गहलोत के शासनकाल में महिला अत्याचारों के मामले में प्रदेश शर्मसार व कलंकित हुआ है। तथा पूरे राष्ट्र में राजस्थान की छवि धूमिल हुई है।