पटना: बिहार में भाजपा और विपक्षी राजद-कांग्रेस गठबंधन के बीच गुरुवार को लोकप्रिय भजन ‘रघुपति राघव राजा राम’ गा रही एक महिला कलाकार के साथ बदसलूकी को लेकर तीखी नोकझोंक हुई।
विपक्षी दलों ने भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप
विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह में बुधवार को हुई घटना भाजपा की महिला द्वेष भावना और महात्मा गांधी के प्रति घृणा को दर्शाती है। भगवा पार्टी ने पलटवार करते हुए दावा किया कि उसे संदेह है कि राजद कार्यकर्ता व्यवधान पैदा करने के इरादे से सभागार में घुसे थे।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस घटना के वीडियो में गायिका को अनियंत्रित भीड़ से माफी मांगते हुए देखा जा सकता है, जो उनके द्वारा ‘ईश्वर अल्लाह तेरो नाम’ गीत गाए जाने पर भड़क गई थी।
चूंकि यह भजन कई शताब्दियों पुराना है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि यह छंद महात्मा गांधी के आग्रह पर, हिंदुओं और मुसलमानों के बीच एकता के लिए उनके प्रयास को ध्यान में रखते हुए लिखा गया था।
वीडियो में भाजपा नेता लगा रहे जय श्री राम के नारे
वीडियो में गायिका द्वारा व्यक्त किए गए खेद का भीड़ पर कोई खास असर नहीं दिखता और उन्हें माइक्रोफोन वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे को सौंपने के लिए कहा जाता है, जो हवा में मुट्ठी बांधकर जय श्री राम का नारा लगाते हैं।
कांग्रेस ने भी बोला हमला
कांग्रेस ने अपने एक्स हैंडल पर वीडियो शेयर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग किया और लिखा कि आपकी पार्टी के जिन नेताओं के आप आदर्श हैं, उनकी गांधी के प्रति नफरत देखिए।
बापू का प्रिय भजन गाने पर भाजपा नेताओं ने लोकगायिका देवी जी को माफी मांगने पर मजबूर किया। “रघुपति राघव राजा राम, पतित पावन सीताराम” उनसे नहीं सुना गया।
दुनिया को दिखाने के लिए बापू को फूल चढ़ाते हैं लेकिन असल में उनके प्रति कोई आदर नहीं है। दिखावे के लिए बाबासाहेब अंबेडकर का… pic.twitter.com/jZJ1tL4t8y
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 26, 2024
विपक्षी पार्टी ने कहा कि यह घटना भाजपा-आरएसएस गठबंधन की गांधी के प्रति नफरत का एक उदाहरण है। वे (महात्मा गांधी के हत्यारे) गोडसे की विचारधारा में विश्वास करते हैं।
लालू प्रसाद ने भाजपा को बताया महिला द्वेषी
इसी तरह की भावनाएं राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने भी व्यक्त कीं, जिन्होंने माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर लिखा कि महिला-द्वेषी भाजपा को ‘सीता राम’ वाक्यांश से चिढ़ होती है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि भाजपा उनके कट्टर प्रतिद्वंद्वी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सहयोगी है, जो जदयू के प्रमुख हैं।
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भाजपा ने किया तगड़ा पलटवार
इस बीच, भाजपा की राज्य इकाई ने एक बयान जारी कर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद द्वारा इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने का घृणित प्रयास यह साबित करता है कि उस पार्टी के कार्यकर्ताओं को कल के समारोह स्थल पर भेजा गया था, ताकि व्यवधान पैदा किया जा सके और विपक्षी पार्टी को कुछ राजनीतिक लाभ मिल सके।