उत्तर प्रदेश से बड़ी ख़बर: छेड़छाड़ के विरोध पर एक छात्रा को फेंक दिया ट्रेन के आगे, एक हाथ-दोनों पैर कटे, दो गिरफ्तार, CM योगी का कड़ा एक्शन

बरेली के सीबीगंज क्षेत्र में रूह कांप जाने वाली घटना सामने आई है। एक छात्रा कोचिंग से घर लौट रही थी। छात्रा ने छेड़खानी का विरोध किया तो दो शोहदों ने लड़की को ट्रेन के आगे फेंक दिया, जिससे उसका एक हाथ और दोनों पैर कट गए। उसकी कई हड्डियां भी टूट गई। अस्पताल में भर्ती छात्रा की हालत चिंताजनक बनी हुई है।

इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपना संज्ञान लिया है। इस मामले में अफसरों ने मौके पर जाकर पीड़ित परिवार से बात कर कार्रवाई का सख्त आदेश दिया।

आज 11 अक्टूबर यानी की बुधवार की सुबह कमिश्नर सौम्या अग्रवाल, IG राजेश कुमार सिंह, DM रविंद्र कुमार और SSP घुले सुशील चंद्रभान ने अस्पताल जाकर परिवार और डॉक्टरों से मामले पर बात की। सीबीगंज इंस्पेक्टर अशोक कम्बोज, हल्का इंचार्ज नितेश कुमार और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया। साथ ही विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।

इस मामले में SSP ने थाने के इंस्पेक्टर सहित 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। पुलिस ने आरोपी युवक और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, शासन की तरफ से पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपए मदद राशि प्रदान की गई।

आपको बता दे, सीबीगंज थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली इंटर की छात्रा शाम को सीबीगंज में कोचिंग पढ़ने जाती है। उसके अधिवक्ता चाचा के मुताबिक उसके आने-जाने के दौरान एक युवक और उसका साथी उसके साथ छेड़छाड़ किया करते थे। छात्रा से जानकारी मिलने पर परिवार वालों ने आरोपियों के घर वालों से शिकायत की, मगर वे दोनों नहीं माने। बीते दिन मंगलवार को भी कोचिंग गई थी। शाम को लौटते समय वह खड़ौआ रेलवे क्रॉसिंग के पास लहूलुहान हालत में मिली। उसके दोनों पैर कटे हुए थे। पता करने पर जानकारी मिली कि उन्हीं दोनों युवकों ने उसे रास्ते में रोककर छेड़छाड़ की। विरोध करने पर उसे ट्रेन के आगे फेंककर जान लेने की कोशिश की।

पुलिस ने उसे इज्जतनगर क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां रात में उसका ऑपरेशन किया गया। अभी यह नहीं कहा जा सकता कि छात्रा को ट्रेन के आगे फेंका गया या कुछ और हुआ था लेकिन दी गई तहरीर के मुताबिक, FIR दर्ज कर जांच की जाएगी।

जिस छात्रा के साथ घटना हुई, वह पिछड़ी जाति के परिवार से ताल्लुक रखती है। उसकी ताई इस समय गांव की प्रधान हैं। गांव निवासी एक युवक उसे करीब 2 महीने से परेशान कर रहा था। वह अपने दोस्तों के साथ अक्सर रास्ते में उसे रोक लेता था। छात्रा के साथ ही अन्य लोगों ने उसकी शिकायत परिवार वालों से की। बताते हैं कि शुरू में छात्रा के परिजनों ने अपने परिवार में प्रधानी होने के कारण शिकायत से बचाव किया पर सिर के ऊपर से पानी गुजरने पर आरोपी के परिजनों से शिकायत की। उन्होंने इस मामले पर अधिक ध्यान नहीं दिया। परिवार ने पुलिस से भी शिकायत की पर सीबीगंज थाना पुलिस ने गांव में जाकर जांच पड़ताल करना भी मुनासिब नहीं समझा। इसका नतीजा ये हुआ कि छात्रा अब जीवन के लिए लड़ कर रही है।