मायानगरी मुंबई से शुक्रवार की सुबह एक ऐसी खबर सामने आई । जिससे एक बार फिर बॉलीबुड की दुनिया में शोक की लहर छा गई ।
अभिनेत्री सुरेखा सीकरी ने मुंबई में ली अंतिम सांस
दिग्गज अभिनेत्री सुरेखा सीकरी का निधन हो गया है। वह 75 साल की थीं। इस बात की पुश्टि उनके मैनेजर ने की है। आपको बता दें कि सुरेखा काफी लंबे समय से बीमार चल रही थीं। तीन बार की राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता 75 वर्षीय अभिनेत्री सुरेखा सीकरी का आज सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। शुक्रवार की सुबह सुरेखा सीकरी ने मुंबई में अंतिम सांस ली।
ब्रेन स्ट्रोक की चपेट में भी आई थीं सुरेखा सीकरी
‘बालिका वधू’ फेम सुरेखा सीकरी सितंबर 2020 में ब्रेन स्ट्रोक की शिकार हुई थीं। उस वक्त उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई थी। जिसके चलते उन्होंने इलाज के लिए आर्थिक मदद भी मांगी थी। इससे पहले नवंबर 2018 में सुरेखा सीकरी को ब्रेन स्ट्रोक हुआ था। जिसकी वजह से वह पैरालाइज्ड हो गई थीं। वह शूटिंग के दौरान ही गिर पड़ी थीं।
3 बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से हुई सम्मानित
सुरेखा सीकरी थियेटर, टीवी और फिल्मों का हिस्सा रहीं हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1978 में पॉलिटिकल ड्रामा फिल्म ‘किस्सा कुर्सी का’ से की। उन्हें 3 बार बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था। ये फिल्में तमस (1988), मम्मो (1995) और बधाई हो (2018) थीं।
कई टीवी शोज और फिल्मों का रहीं हिस्सा
सुरेखा ने सीरियल ‘बालिका वधू’ में दादी सा का किरदार निभाया था। इसके अलावा उन्होंने सीरियल ‘एक था राजा एक थी रानी’, ‘सात फेरे’, ‘बनेगी अपनी बात’ और ‘सीआईडी’ में काम किया। सुरेखा की मुख्य फिल्मों में ‘किस्सा कुर्सी का’, ‘तमस’, ‘सलीम लंगड़े पे मत रो’, ‘मम्मो’, ‘सरदारी बेगम’, ‘सरफरोश’, ‘जुबैदा’, ‘बधाई हो’ और ‘घोस्ट स्टोरीज’ हैं।
आपको बता दें कि सुरेखा सीकरी उत्तर प्रदेश से थीं। उनका बचपन अल्मोड़ा और नैनीताल में बीता। उनके पिता एयरफोर्स मे थे और मां एक टीचर थीं। 1971 में सुरेखा ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से पढ़ाई की। उन्हें 1989 में संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड से नवाजा गया। सुरेखा ने हेमंत रेगे से शादी की थी। 2009 में उनके पति का निधन हो गया। उनके एक बेटा राहुल सीकरी है।