उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ की लोकसभा सीट के उपचुनाव में हार के बाद पहली बार अखिलेश यादव रमाकांत यादव से मिलने आजमगढ़ की इटौरा जेल गए। इस मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला था। वहीं आजमगढ़ के मुस्लिम समाज के लोगों से जब इस मुलाकात को लेकर बात की गई तो उन्होंने अखिलेश यादव की जमकर खिंचाई की। एक मुस्लिम युवक ने तो यहां तक कह डाला कि अगर ऐसा ही रवैया अखिलेश यादव का रहा तो वो समाजवादी पार्टी की ओर से आखिरी मुख्यमंत्री साबित होंगे।
आजमगढ़ के तकिया इलाके में जब मुसाफिरखाना के मुस्लिम बाहुल्य इलाके में जब कुछ लोगों से अखिलेश यादव की रमाकांत यादव से मुलाकात को लेकर बात की गई। आपको बता दें कि मायावती ने अखिलेश की इस मुलाकात पर ट्वीट करते हुए सवाल उठाया था कि जब आजम खान जेल में बंद थे तब आप मिलने नहीं गए और अब रमाकांत यादव से जेल में मिलने गए हैं। इस बात को लेकर जब तकिया के मुसलमानों से बात चीत की गई तो आइए बताएं लोगों ने क्या कुछ कहा।
मुसलमान का जिक्र आते ही मामला ध्रुवीकरण का हो जाता है
मसूद नामके युवक ने बताया कि मायावती का सवाल बिलकुल वाजिब है कि अखिलेश यादव अपने समाज के लोगों से मिलने गए लेकिन मायावती तो उनसे भी ज्यादा गलत हैं जो कहीं नहीं जाती हैं। उन्होंने कहा कि मायावती ऐसे बयान देकर एक नया खेल खेलने की तैयारी कर रही हैं वो एक बार फिर से मुसलमानों को ठगने की तैयारी कर रहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि यादव एक जाति है और मुस्लिम एक धर्म है दोनों को आप बराबर नहीं कर सकते हैं। हर पार्टी अपनी जाति विशेष के लिए लड़ रही है और जैसे ही मुसलमान का नाम आता है वैसे मामला ध्रुवीकरण का हो जाता है। अखिलेश यादव समाज को फायदा तो नहीं पहुंचा रहे हैं लेकिन इनडायरेक्ट वो बीजेपी को फायदा पहुंचा रहे हैं।
मुसलमानों को सिर्फ Vote Bank के रूप में ठगा गया
यूपी तक वेब पोर्टल से बातचीत करते हुए आलताफ आजमी एडवोकेट ने बताया कि मुसलमानों को लेकर की जा रही सियासत पर कहा, ‘आजादी के बाद से लेकर अब तक मुसलमानों को ठगा ही जा रहा है। हम बस वोट बैंक बन कर रह गए हैं पहले कांग्रेस ने ठगा फिर सपा ने और बसपा ने भी ठगा। मैं इससे बेहतर तो भारतीय जनता पार्टी को मानता हूं जो कम से कम सीधे ये तो कहती है कि हमें आपका साथ नहीं चाहिए।’
सिर्फ Congress ही है जो मुसलमानों के साथ खड़ी
वहीं रियाजुल हसन ने बताया कि वास्तव में अगर अभी भी कोई मुसलमानों का साथ दे रहा है तो वो है कांग्रेस पार्टी। वहीं जब एक और मिर्जा शान-ए-आलम बेग से मायावती के ट्वीट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बसपा और सपा दोनों ही पार्टियों ने मुसलमानों को ठगा है। अगर अखिलेश यादव नाहिद हसन और आजम खान से जेल में मिलने नहीं गए तो मायावती ही कौन सा अपनी पार्टी के मुस्लिम नेताओं के साथ गलबहियां कर रही हैं।
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अखिलेश यादव सपा के आखिरी CM हो सकते हैं
नूरुल हुदा न कहा, मौजूदा सियासी परिवेश ऐसा बन चुका है कि कोई भी देश के लिए लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं सब अपनी सत्ता के लिए लड़ रहे हैं। अखिलेश यादव जब जेल में एक शराब माफिया और गुंडे से मिल सकते हैं तो सीएए और एनआरसी में विरोध के मामले 25 हजार का ईनामी बंद है उससे मुलाकात क्यों नहीं की। समाजवादी पार्टी के सबसे बड़े चेहरे आजम खान पर बीजेपी ने बकरी चोरी, भैंस चोरी, किताब चोरी जैसे मामले लगाए और उन्हें जेल में बंद कर दिया तब समाजवादी लोग कहां चले गए थे क्या तब उन्हें सड़कों पर नहीं उतरना चाहिए था। अगर ऐसा ही रहा तो अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के आखिरी मुख्यमंत्री रह जाएंगे।