भाजपा शासित देश के लगभग 10 प्रान्तों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने बुधवार को अयोध्या भ्रमण कर श्री राम लला का दर्शन पूजन कर मन्दिर निर्माण की गतिविधियों का जायजा लिया। सभी वीईपी ने सरयू आरती में भाग लिया। उनके साथ उनके परिवार के सदस्य भी उपस्थित थे। इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सबसे पहले सरयू आरती स्थल पर पहुंचे तथा सरयू मां की आरती में पूरे परिवार के साथ लिया। सभी मुख्यमंत्रियों में मध्य प्रदेश के शिवराज सिंह चौहान एवं उनकी धर्मपत्नी, त्रिपुरा के बिप्लव देव एवं उनकी धर्मपत्नी, गोवा के प्रमोद सावंत उनकी धर्मपत्नी, हरियाणा के मनोहर लाल खट्टर, असम के हेमंत विश्वा शर्मा एवं उनकी धर्मपत्नी, गुजरात के भूपेन्द्र भाई पटेल एवं उनकी धर्मपत्नी, अरुणांचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू एवं उनकी धर्मपत्नी, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन0 विशेन सिंह एवं उनकी धर्मपत्नी, अरुणांचल के उपमुख्यमंत्री चोनामीन एवं उनकी धर्मपत्नी, बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद एवं उनकी धर्मपत्नी तथा बिहार की उपमुख्यमंत्री सुश्री रेनू देवी, गोवा के उपमुख्यमंत्री चन्द्रकांत कावेलकर, नागालैंड के उपमुख्यमंत्री यथंगों पट्टन के अलावा राज्यसभा सांसद विनय सहस्त्र बुद्धे एवं उनके साथ उनके सदस्यों आदि ने भाग लिया । सभी ने श्रद्धा के साथ पूजन-आरती की।
प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री तथा जनपद के प्रभारी मंत्री डाॅ.नीलकंठ तिवारी ने सभी की आगवानी कर राज्य सरकार के तरफ से सभी का स्वागत किया। सभी मुख्यमंत्री/विशिष्ट अतिथियों द्वारा श्री हनुमानगढ़ी का दर्शन एवं पूजन किया गया। तत्पश्चात सभी लोगों ने श्रीराम लला मंदिर में दर्शन-पूजन किया। मुख्य पूजन श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी सत्येन्द्र दास एवं उनकी टीम द्वारा कराया गया । सरयू आरती शशिकांत दास एवं उनकी टीम द्वारा कराई गई। श्रीरामजन्मभूमि के निर्माण में कार्य कर रहे संस्था के प्रतिनिधियों एवं कर्मचारियों की भी सराहना की गई।
श्रीरामलला मंदिर के परिसर में स्थापित मंदिर निर्माण के कार्यों की जानकारी ली । वहां एलएण्डटी के प्रमुख विनोद मेहता द्वारा प्रस्तीतुकरण दिया गया। उन्होंने बताया कि जो कन्ट्रक्शन चल रहा है, उस पर भव्य श्रीरामलला मंदिर का निर्माण हो रहा है । जो ध्वज लगा है,उस पर भगवान राम लला का जन्मस्थान है। वहां पर प्रधानमंत्री द्वारा 5 अगस्त 2020 को भूमिपूजन किया गया था। प्रस्तुतिकरण में उन्होंने यह भी बताया कि मंदिर तीन तलों का बनेगा, जिसकी लम्बाई 388 फीट, चौड़ाई 250 फीट और ऊंचाई 161 फीट होगी। मंदिर का निर्माण/डिजाइन 1000 अवधि मानकर किया जा रहा है। मंदिर के निर्माण में लोहे का प्रयोग नहीं किया जा रहा है । इसमें तांबे का प्रयोग किया जा रहा है । इसकी भराई एक विशेष बिल्डिंग मैटेरियल से की जाती है। करीब इसमें 26000 ग्रेनाइट के ब्लाॅक लगाए जाएंगे। इसके अलावा इसमें राजस्थानी विशेष पत्थरों का इस्तेमाल किया जायेगा। मंदिर का निर्माण रात दिन चल रहा है इसको वर्ष 2023 अन्त तक पूरा होने की संभावना है।
इस कार्यक्रम का संचालन श्री राजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री एवं विश्व हिन्दू परिषद के अन्तर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चम्पत राय द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में ट्रस्ट के ट्रस्टी महंत दिनेंद्र दास , अयोध्या राजा ट्रस्ट सदस्य विमलेन्द्र मोहन प्रताप मिश्र, ट्रस्ट सदस्य डॉ अनिल मिश्र विहिप पदाधिकारी राजेन्द्र सिंह पंकज, जगन्नाथ , विश्व हिन्दू परिषद एवं ट्रस्ट के अनेक वरिष्ठ सहयोगीगण, सांसद लल्लू सिंह, विधायक वेद प्रकाश गुप्त, विधायक श्रीमती शोभा सिंह चौहान, विधायक बाबा गोरखनाथ, विधायक रामचन्दर यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि आलोक सिंह, मेयर ऋषिकेश उपाध्याय सहित भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्र आदि उपस्थित थे।
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सभी मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्रियों द्वारा राज्य सरकार के विशेष विमान से अयोध्या हवाई पट्टी पर पहुंचे। वहां पर अपर पुलिस महानिदेशक एसएन सावंत, मण्डलायुक्त एमपी अग्रवाल, पुलिस महानिरीक्षक केपी सिंह, जिलाधिकारी नितीश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय, नगर आयुक्त विशाल सिंह आदि ने हवाई पट्टी पर अतिथियों का स्वागत किया।