भारत में पंजाब नेशनल बैंक से 13 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के बाद विदेश भाग गए भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी का प्रत्यर्पण एंटीगुआ में सियासी मुद्दा बन गया है। दरअसल, इस मामले में एंटीगुआ और बारबुडा के पुलिस चीफ एटली रोडनी ने उन आरोपों को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा जा रहा था कि भगोड़े हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी को एंटीगुआ से अपहरण कर डोमिनिका लाया गया है। उधर, मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए एक भारतीय जेट डोमिनिका पहुंच गया है।
मेहुल चोकसी की वजह से शुरू हुआ आरोप-प्रत्यारोप का दौर
दरअसल, वर्ष 2018 में भारत से फरार हुए मेहुल चोकसी को डोमिनिका में गिरफ्तार किया गया था। इस गिरफ्तारी के बाद मेहुल के वकील ने डोमिनिका में पकड़े गए पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी ने के वकील ने कोर्ट में हीबियस कॉर्पस यानी बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है।
मेहुल के वकील ने अपनी इस याचिका में दावा किया है कि उसके शरीर पर टॉर्चर के निशान भी हैं। वकील ने ये भी आरोप लगाया है कि मेहुल चोकसी को एंटीगुआ और बरबुडा से उसकी मर्जी के बिना जबरन उठाया गया है।
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हालांकि, इस आरोप को खारिज करते हुए एंटीगुआ और बारबुडा के पुलिस चीफ एटली रोडनी ने बड़ा बयान दिया है। एटली रोडनी ने इन दावों पर कहा कि हमारे पास ना तो इस बात की जानकारी है, ना ही ऐसे कोई संकेत हैं कि चोकसी को एंटीगुआ से जबरन ले जाया गया था। यह बात केवल मेहुल चोकसी के वकील कह रहे हैं। और डोमिनिका पुलिस इस बात की पुष्टि नहीं करती है। चोकसी के एंटीगुआ से डोमिनिका या फिर और कही ले जाए जाने की गतिविधि में हमारी कोई संलिपत्ता नहीं रही है।