प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में असभ्य टिप्पणी करने वाले पत्रकार विनीत नारायण को लेकर वृंदावन के साधु संत समाज में आक्रोश पनप गया है। साधु संतों के साथ-साथ प्रतिष्ठित नागरिकों ने उनके खिलाफ शासन प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निंदा करने से आहत हुए संतों ने सोमवार श्री धाम वृंदावन के गांधी मार्ग स्थित श्रोत मुनि आश्रम में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता अखिल भारतीय चतुः संप्रदाय के श्री महंत फूलडोल बिहारी दास महाराज ने की।
गौरतलब हो कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी करना एक संस्था के अध्यक्ष को महंगा पड़ता नजर आ रहा है। पूर्व में ब्रज में कुंड, वन, उपवन, यमुना के घाट और परिक्रमा मार्ग आदि का जीर्णोंद्धार और सौंदर्यीकरण करने वाली संस्था के अध्यक्ष विनीत नारायण ने ब्रज में विकास को लेकर जहां मुख्यमंत्री के खिलाफ बयानबाजी के साथ ही भव्यता पूर्वक संपन्न हुए कुंभ मेला के आयोजन पर भी अंगुली उठाई है। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से वृंदावन समेत ब्रज के संतों एवं धर्माचार्यों में भारी आक्रोश व्याप्त है। सोमवार को संत और धर्माचार्यों द्वारा बयानबाजी की कड़ी निंदा की गई। वहीं उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। साथ ही उनका बहिष्कार किए जाने का भी एलान किया है।
भागवत प्रवक्ता श्री कृष्ण चंद्र ठाकुर ने कहा कि ऐसी दूषित मानसिकता के व्यक्ति को वृंदावन में प्रवेश ही नहीं देना चाहिए। जो ऐसे व्यक्तित्व जिनको सनातन धर्म में द्वारा इतना मान सम्मान दिया जाता है उनके विरुद्ध अपशब्द बोले। निश्चित रूप से ऐसे व्यक्ति का बहिष्कार करना चाहिए।
महामंडलेश्वर नवल गिरी महाराज ने बताया कि ऐसे लोग समाज के लिए कलंक के समान होते हैं जो केवल अपना ही भला चाहते हैं। इतने बरसों में इन्होंने तमाम योजनाओं के द्वारा बाहर से धन लाकर अथाह संपत्ति का संचय किया है। मेरा प्रशासन से अनुरोध है कि वह सरकारी एजेंसियों द्वारा इसकी जांच कराएं ताकि उनके द्वारा किया गया गड़बड़झाला पता लग सके।
कार्ष्णि नागेन्द्र महाराज ने बताया कि भारत ऋषियों का देश है और हमारे भारत में ही संत महात्मा धर्माचार्य ब्राह्मण देवी-देवताओं का अपमान एवं अनर्गल टिप्पणियां लोग करते हैं। हिंदूवादी नेता गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने कहा कि ऐसे व्यक्तियों की जांच एजेंसियों द्वारा जांच कराकर इनकी संपत्ति का ब्यौरा जनता में सबके सामने रखना चाहिए। सब को भी पता लगे कि उन्होंने इतनी दौलत कहां से पैदा की जिस के नशे में आज यह अनर्गल बातें कर रहे हैं।
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इस अवसर पर महंत फूलडोल बिहारी दास, स्वामी गोविंदानंद तीर्थ, स्वामी भास्करानन्द, महंत हरिशंकर नाग, स्वामी नवल गिरी, स्वामी रामदेवानंद सरस्वती, सदानंद, रामेश्वरानंद, केशव दास, राधाकृष्ण पाठक, राजेश कृष्ण गोस्वामी राजनारायण द्विवेदी आदि उपस्थित थे।