जहां हुई थी सीओ जियाउल हक की हत्या, उसी गांव में पिता-पुत्र के खून से सन गई सड़कें

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के हथिगवा थाना क्षेत्र में स्थित बलीपुर गांव तो आपको याद ही होगा। वर्ष 2013 में सीओ जियाउल हक की हत्या का सबूत बन चुका यह गांव एक बार फिर चर्चा में आ गया है। इसकी वजह वह डबल मर्डर केस है जिसमें दबंगों ने पिता-पुत्र की हत्या कर दी है। इस घटना में दबंगों ने पिता-पुत्र की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। घटना के बाद से पूरे क्षेत्र में तनाव और दहशत का माहौल पसरा हुआ है, जिसकी वजह से कई थानों की पुलिस गांव में तैनात कर दी गई है। बहरहाल अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

पिता-पुत्र को दबंगों ने मारी गोली

यह मामला हथिगवा थाना क्षेत्र में स्थित बलीपुर गांव का है, जहां दबंगों ने पिता-पुत्र की गोली मारकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गए। सोमवार को घटित हुई इस घटना वजह ट्रैक्टर के निकलने को लेकर हुआ विवाद है। बताया जा रहा है कि ट्रैक्टर जाने के रास्ते पर बिजली के तार लटकने पर दबंगों ने उसको हटाने के लिए मृतक राजेन्द्र से कहा तो दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हो गई। जिसके बाद दबंग रणजीत ने राजेन्द्र के ऊपर डंडे से हमला बोल दिया। जिसके बाद विपिन अपने घर से लाइसेंसी बंदूक लाकर राजेन्द्र सिंह और उसके बेटे अभय सिंह को गोलीमार कर मौत के घाट उतार दिया।

डबल मर्डर की सूचना पर एसपी अनुराग आर्य भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और जांच जाच पड़ताल मे जुट गए। पिता-पुत्र के शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। गांव में तनाव देखते हुए कई थानों की फोर्स को तैनात कर दिया गया है। प्रतापगढ़ मे डबल मर्डर की घटना से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।

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मामले में पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस की टीम गठत कर दी गई है। जल्द ही सभी को गिरफ्तार किया जाएगा।