पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर जुल्म और ज्यादती हर दिन बढ़ती जा रही है। आए दिन नाबालिग लड़कियों का अपहरण करके उनका धर्म परिवर्तन और उनकी शादी मुसलमानों से जबरदस्ती कराई जा रही है। एक ऐसा ही मामला सिंध प्रांत के कश्मोर जिले में सामने आया है। 13 साल की कविता का अपहरण के बाद जबरन मुसलमान बनाकर शादी कराई गई। इस मामले में पीड़िता के पिता ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
नाबालिग हिन्दू लड़की को जबरन बनाया मुस्लिम
शिकायत के अनुसार पांच लोग उसके घर से पिस्टल के दम पर लड़की का अपहरण कर ले गए थे। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस को लड़की घोटकी जिले की भारचंदी दरगाह में मिली है। वहां उसकी शादी पांच अपहरणकर्ताओं में से एक मुश्ताक से कराई गई।
लड़की के वकील सईद अहमद के अनुसार, उसने पुलिस में बयान दिया है कि वह अपनी मर्जी से गई थी और मुस्लिम धर्म अपना कर मुस्लिम युवक से शादी कर ली है। यही नहीं, उसने अपना नाम उम्मा हिना रख लिया है। इस मामले में अदालत ने पुलिस को पूरी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों के धर्म परिवर्तन करा शादी करने के मामलों में तेजी आई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इन मामलों की गूंज होने के बाद इसी तरह लीपापोती की जा रही है।
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इससे पहले पाकिस्तान के फैसलाबाद में 12 साल की ईसाई बच्ची को जबरन मुसलमान बना कर शादी करने के लिए मजबूर किया गया। आरोपियों ने इसके लिए बच्ची का अपहरण भी किया। बच्ची का अपहरण उस समय किया गया, जब वह अपने दादा के साथ घर में अकेली थी। इस दौरान तीन लोग आए। उसे जबरन उठाकर बैन में ले गए। बाद में उत्पीड़न कर उसे मुसलमान बनने को मजबूर किया गया।