गांव-गांव में चला जल बचाने की जागरूकता का महाअभियान

प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर चल रहे सेवा पखवाड़े में गुरुवार को राजधानी समेत प्रदेश भर के गांव में जल संरक्षण और जल संचयन का पत्रक बांटकर जन जागरूकता महाअभियान चलाया गया। गांव के लोगों को पानी की कीमत और आने वाली पीढ़ि के लिए उसकी उपयोगिता बताई गई।

स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्यकर्ताओं ने घर-घर पहुंचकर लोगों को जल बचाने का संदेश दिया। जल को बर्बाद नहीं करने और जल का संरक्षण करने के लिए कार्यक्रम चलाए गये। स्कूली बच्चों को पानी बचाने के लिए प्रेरित किया गया। उनको शपथ दिलाई गई कि पीने का पानी बचाने में वो अपना पूरा योगदान देंगे। सुबह से शुरू हुए जन जागरण महाअभियान में सरकारी विभागों के साथ समाजसेवियों ने अपना योदान दिया।

राजधानी में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कई विद्यालयों में पहुंचकर पानी का महत्व बताया। उन्होंने कहा पानी बर्बाद न हो इसके लिए बच्चे अपने बड़ों को प्रेरित कर सकते हैं। उन्होंने बच्चों को जल संरक्षण की शपथ दिलाई। इस दौरान बच्चों ने एक सुर में कहा वो जल संरक्षण में अपना पूर्ण समर्पण देंगे। बच्चों को बताया गया कि वो अपनी बोतल में बचे हुए पानी से पौधे सींचने का काम करेंगे। मोहनलालगंज की कुरा ग्राम पंचायत में आयोजित जल गोष्ठी में गांव के लोगों ने पीने के पानी को संरक्षित करने की शपथ ली। उनको बताया गया कि दैनिक प्रयोग में वो जल को सीमित मात्रा में प्रयोग करेंगे। चाहे वो पौधे सींचना हो, वाहन धोना हो या फिर जल का छिड़काव करना हो। उनको राज्य सरकार की ओर से जल संवर्द्धन और कैच द रेन जैसी योजनाओं की जानकारी दी गई। पानी का संचयन करने के लाभों से परिचित कराया गया।