लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में जलवायु परिवर्तन एवं समाज विषय पर 7वीं अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का भव्य आयोजन किया गया। संगोष्ठी में पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, मानव कल्याण, शांति एवं पर्यावरण नैतिकता पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दयाशंकर सिंह द्वारा मां सरस्वती वंदना के साथ किया गया। मंत्री दयाशंकर सिंह ने विश्वविद्यालय की योग वाटिका में प्रतिमाओं का शिलान्यास भी किया, जो माननीय राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा से स्थापित की जा रही हैं।
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में बताया कि ग्लोबल वार्मिंग का खेती पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है और इससे होने वाले नुकसान को कम करने के उपायों पर विस्तार से चर्चा की गई।संगोष्ठी में 7 देशों और भारत के 28 राज्यों के पर्यावरण प्रतिनिधियों ने अपने सुझाव प्रस्तुत किए।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजय तनेजा ने पर्यावरणीय क्षति के बढ़ते प्रभावों पर चिंता जताई और पर्यावरण सुधार के लिए सरकार को सुझाव देने की आवश्यकता बताई। वहीं, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य में प्रदूषण के खिलाफ लगातार मुहिम चलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण के तहत उत्तर प्रदेश के 43 जिलों में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू किया जा चुका है। दूसरे चरण में सभी जिलों से डीज़ल बसों को हटाकर इलेक्ट्रिक बसें प्रारंभ करने की योजना है।
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